
- पीएम मोदी ने कहा, इस ट्रेड डील से भारत के किसानों-मछुआरों और कारीगरों को बड़ा लाभ मिलेगा
- इससे भारतीय आईटी पेशेवरों और सेवा क्षेत्र में काम करने वालों के लिए ब्रिटेन में काम करना आसान होगा
- भारत के टेक्सटाइल-जेम्स एंड ज्वेलरी, फुटवियर और एमएसएमई सेक्टर को बड़ा लाभ होगा
Free Trade Agreement India UK: भारत और ब्रिटेन के बीच गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में इस ट्रेड डील के फायदे गिनाए. पीएम मोदी ने कहा कि इस ट्रेड डील से भारत के कपड़ा उद्योग, चमड़ा उद्योग, रत्न एवं आभूषण उद्योग और कृषि और समुद्री उत्पाद क्षेत्र को बड़ा लाभ होगा. ब्रिटेन भारत के कुशल पेशेवर युवाओं का ज्यादा बेहतर फायदा उठा पाएगा. इससे हजारों की संख्या में रोजगार पैदा होंगे और निवेश बढ़ेगा.
पीएम मोदी ने कहा, इस ट्रेड डील के तहत ब्रिटेन की छह यूनिवर्सिटी के कैंपस भारत में खोले जाएंगे. पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, वो ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर का इस आतंकवादी हमले की निंदा करने और ऐसे षड़यंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं चलेगा. भारत और ब्रिटेन दोनों देश इस मुद्दे पर एक साथ हैं. पीएम मोदी ने क्रिकेट का भी जिक्र करते हुए कहा कि ये भारत और ब्रिटेन के लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि एक जुनून है. उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को भारत आने का न्योता दिया.
ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि इससे उनके देश की स्कॉच व्हिस्की, कुछ खाद्य उत्पादों, कारों को रियायती दरों पर भारतीय बाजार में पहुंच मिलेगी. इससे छह अरब पाउंड का नया निवेश पैदा होगा. पीएम मोदी ने एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए ब्रिटिश नागरिकों के प्रति शोक संवेदना भी व्यक्त की. स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद ये उनके देश की सबसे बड़ी ट्रेड डील है.
पीएम मोदी ने कहा, ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों और मछुआरों के साथ लघु उद्योगों में लगे कारीगरों को फायदा पहुंचाएगा. कृषि उत्पाद, प्रोसेस्ड फूड्स, रत्न-आभूषण, फुटवियर, इंजीनियरिंग के सामान पर ब्रिटेन का आयात शुल्क घट जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्री उत्पादों पर टैरिफ घटना से भारत की मछलियों का ब्रिटेन को निर्यात बढ़ेगा. खासकर श्रिंप, कटल और अन्य तरह की मछलियों का ब्रिटेन बड़ा उपभोक्ता है.ब्रिटेन के समुद्री उत्पादों के आयात में अभी भारत करी हिस्सेदारी बेहद कम है.
भारत और ब्रिटेन के रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ेगी. इसके लिए डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस डील से द्विपक्षीय व्यापार 39 फीसदी तक बढ़ सकता है और यह 25.5 अरब पाउंड तक पहुंच सकता है.
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