प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम अबू धाबी में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बढ़ते तालमेल और उनके 'तीसरे कार्यकाल' में इसकी दिशा की सराहना की. उन्होंने इस दौरान सभी प्रवासी भारतीयों को भी धन्यवाद दिया. पीएम ने कहा कि वो सातवीं बार इस खाड़ी देश के दौरे पर हैं, इसकी वजह से दोनों देशों के बीच साझेदारी बढ़ी है और रिश्ते बेहतर हुए हैं. उन्होंने वादा किया कि हर बार 'मोदी की गारंटी' काम करेगी.
प्रधानमंत्री के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में आयोजित 'अहलन मोदी' कार्यक्रम में हजारों प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम ने कहा, ''मोदी ने गारंटी दी है कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरी होने की गारंटी."
उन्होंने कहा कि आज भी हमारे बीच जो एमओयू साइन हुए हैं, वे इसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहे हैं. हम अपनी वित्तीय प्रणाली को एकीकृत कर रहे हैं. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत और यूएई की साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. समुदाय और संस्कृति के क्षेत्र में, भारत-यूएई ने जो हासिल किया है वो दुनिया के लिए एक मॉडल है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "1.5 लाख से अधिक भारतीय छात्र संयुक्त अरब अमीरात के स्कूलों में पढ़ रहे हैं. पिछले महीने यहां आईआईटी दिल्ली परिसर में मास्टर कोर्स शुरू किया गया था और जल्द ही दुबई में एक नया सीबीएसई कार्यालय खोला जाएगा. ये संस्थान यहां भारतीय समुदाय को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने में सहायक होंगे."
उन्होंने कहा कि 2015 में जब मैं पहली बार यहां आया, उस समय एयरपोर्ट पर मेरा स्वागत तत्कालीन युवराज और आज के राष्ट्रपति ने अपने पांच भाइयों के साथ किया था. वो स्वागत अकेले मेरे लिए नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के लिए था. मैं भाग्यशाली हूं कि यूएई ने मुझे अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- द ऑर्डर ऑफ जायद से सम्मानित किया है. ये सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों का, आप सभी का है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2015 में जब मैंने आप सभी की ओर से शेख मोहम्मद बिन जायद को अबू धाबी में एक मंदिर बनाने का प्रस्ताव दिया, तो उन्होंने तुरंत इसके लिए हां कह दी. अब इस भव्य (BAPS) मंदिर का उद्घाटन करने का समय आ गया है.
पीएम ने कहा कि आज UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. आज UAE सातवां सबसे बड़ा निवेशक है. ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दोनों देश काफी सहयोग कर रहे हैं. आज भी हमारे बीच जो एमओयू साइन हुए हैं, वे इसी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम अपनी वित्तीय प्रणाली को एकीकृत कर रहे हैं. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत और यूएई की साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. समुदाय और संस्कृति के क्षेत्र में, भारत-यूएई ने जो हासिल किया है, वो दुनिया के लिए एक मॉडल है.
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