कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Elections) के दौरान जब वोट डाले जा रहे थे, उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka Congress) पर जमकर निशाना साध रहे थे. पीएम मोदी ने कर्नाटक कांग्रेस पर सूडान में कर्नाटक के आदिवासियों के एक समूह की दुर्दशा का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. राजस्थान में एक कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक के हक्की पिक्की आदिवासियों के जीवन को "खतरे में" डाल दिया.
पीएम मोदी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के ट्वीट की एक सीरीज का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने पिछले महीने युद्धग्रस्त सूडान में फंसे आदिवासियों की स्थिति का मुद्दा उठाया था. उस वक्त विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया था कि उनकी स्थिति का राजनीतिकरण करने के लिए यह आरोप लगाना बेहद गैर-जिम्मेदाराना था. उन्होंने ट्वीट किया था, "कोई भी चुनावी लक्ष्य विदेशों में भारतीयों को खतरे में डालने को सही नहीं ठहराता है."
आज राजस्थान के सिरोही जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'बीजेपी सरकार उन्हें सूडान से बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन कांग्रेस ने यहां शोर मचाना शुरू कर दिया.'
उन्होंने कहा, 'हमें उन्हें चुपचाप बाहर लाना था, लेकिन कांग्रेसियों ने उनका चेहरा सार्वजनिक कर दिया और ऐसी गलतियां करके इन लोगों की जान जोखिम में डाल दी.'
कांग्रेस पर जमकर बरसे PM मोदी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ अनहोनी होने का इंतजार कर रही थी, ताकि वे "मोदी का कॉलर पकड़ सकें" और कर्नाटक में राजनीति कर सकें, लेकिन पार्टी "एक बात भूल गई". उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस ने अभी तक मोदी को नहीं समझा है. कांग्रेस के लोगों को पता होना चाहिए कि यह मोदी है, जो मुसीबत में फंसे हर भारतीय की रक्षा के लिए किसी भी सीमा को पार कर सकता है."
हक्की पिक्की आदिवासी प्राकृतिक पौधों पर आधारित दवाओं के जरिये अपना जीवनयापन करने वाले हैं. इनमें से कई आदिवासी सूडान पहुंचे थे, जहां कई लोग पारंपरिक चिकित्सा पर निर्भर हैं. युद्ध के बाद 31 लोग वहां फंस गए थे. यह आदिवासी मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं. कहा जाता है कि वे सैकड़ों साल पहले कर्नाटक में बस गए थे.
निष्क्रियता का लगाया था आरोप
कांग्रेस ने सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाया था. ट्वीट की सीरीज में सिद्धारमैया ने कहा, "यह बताया गया है कि हक्की पिक्की जनजाति से संबंधित कर्नाटक के 31 लोग सूडान में फंसे हुए हैं जो गृह युद्ध से जूझ रहा हैं. मैं आग्रह करता हूं (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, ईएएम जयशंकर और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस बोम्मई) तुरंत हस्तक्षेप करें और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें."
कार्रवाई शुरू नहीं करने का आरोप
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "सूडान में हक्की पिक्की बीते कुछ वक्त से बिना भोजन के फंसे हैं और सरकार ने उन्हें वापस लाने के लिए कार्रवाई शुरू नहीं की है. (भाजपा) सरकार को तुरंत राजनयिक चर्चा शुरू करनी चाहिए और हक्की पिक्की की भलाई सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों तक पहुंचना चाहिए."
सूडान की आर्मी और पैरामिलिट्री ग्रुप रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच घातक लड़ाई में कथित तौर पर करीब 400 लोग मारे गए हैं. वहीं एक लाख से अधिक लोग सीमा पार करने के लिए मजबूर हुए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं.
पिछले महीने से सरकार ऑपरेशन कावेरी के जरिए फंसे हुए भारतीयों को निकाल रही है.
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