
- अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने भारत से आग्रह किया है कि वह यूक्रेन युद्ध खत्म कराने में ट्रंप की मदद करे
- पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की बातचीत के बाद ग्राहम ने वाशिंगटन और दिल्ली संबंधों को बेहतर बनाने की बात कही
- ग्राहम ने कहा कि भारत रूस का दूसरा सबसे बड़ा सस्ते तेल खरीदार है, जो युद्ध मशीन को ईंधन प्रदान करता है
अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने भारत से आग्रह किया है कि वो यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए अपने इंफ्लूएंस का इस्तेमाल करे. पीएम नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बातचीत के कुछ घंटो बाद अमेरिकी सीनेटर ने ये बात कही. ग्राहम ने कहा कि इससे वॉशिंगटन और दिल्ली के बीच संबंधों को बेहतर किया जा सकेगा.
ग्राहम ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "जैसा कि मैं भारत में अपने दोस्त से कहता रहा हूं, भारत-अमेरिका संबंधों को बेहतर बनाने के लिए वो जो सबसे अहम काम कर सकते हैं, वो है यूक्रेन में इस ब्लडबाथ को खत्म करने में राष्ट्रपति ट्रंप की मदद करें." ग्राहम ने कहा कि भारत-रूस से सस्ते तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है, जो "पुतिन की युद्ध मशीन को ईंधन देता है."
ग्राहम ने ये पोस्ट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक्स पर पुतिन के साथ फोन पर हुई बातचीत के बारे में किए गए पोस्ट का जवाब देते हुए शेयर की थी. मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा था, "मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन" के साथ "बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत" हुई. शुक्रवार को फोन पर हुई बातचीत के दौरान, पुतिन ने मोदी को यूक्रेन से जुड़े ताजा घटनाक्रमों से अवगत कराया.
क्रेमलिन ने एक बयान में कहा, "रूस और भारत के बीच विशेष साझेदारी के मद्देनजर, व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीवन विटकॉफ के साथ अपनी बैठक के मुख्य परिणामों को साझा किया." प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को इस जानकारी के लिए धन्यवाद दिया और "राजनीतिक और कूटनीतिक माध्यमों से यूक्रेन से जुड़े हालात को सुलझाने के पक्ष में भारत के अडिग रुख" की पुष्टि की.
मोदी ने पुतिन को इस साल के अंत में 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आमंत्रित किया है. ग्राहम ने रूसी तेल की खरीद के लिए भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाने के ट्रंप के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, "भारत जैसे देशों को उनके युद्ध मुनाफाखोरी की कीमत चुकाना एक अच्छी शुरुआत है."
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