संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ. सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने NEET मुद्दे पर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच NEET पेपर लीक को लेकर तीखी बहस हुई. विपक्षी सांसदों ने सदन में तख्तियां भी लहराएं. लोकसभा स्पीकर ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई है. बिजनेस एडवाइजरी कमिटी (BAC) की बैठक में स्पीकर ओम बिरला ने कहा, "सांसद सदन में तख्तियां लाकर मर्यादा तोड़ रहे हैं. आप सदन में विरोध कर सकते हैं, लेकिन तख्तियों को स्वीकार नहीं किया जाएगा."
बिजनेस एडवाइजरी कमिटी (BAC) के चीफ ओम बिरला ने कहा कि सदन में तख्ती दिखाने पर कार्रवाई हो सकती है. बिरला ने कहा कि सभी दलों के सांसदों को अपने मु्द्दे उठाने का पूरा मौका मिलेगा, लेकिन यह ध्यान रहे कि सदन का माहौल न बिगड़े.
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BAC क्या है?
बिजनेस एडवाइजरी कमेटी संसद की स्टैंडिंग कमेटी यानी स्थायी समिति है. यह एक निश्चित समय के लिए गठित की जाती है. यह कमिटी स्पीकर (लोकसभा) या सभापति (राज्यसभा) के निर्देशन में काम करती है. बिजनेस एडवाइजरी कमिटी आमतौर पर हर सत्र की शुरुआत में बैठती है. सरकारी विधेयकों और अन्य कामकाज के लिए कितना समय अलॉट किया जाना चाहिए, इसका सुझाव या सिफारिश यह कमिटी करती है. यह कमेटी सिर्फ उन विधेयकों के समय पर विचार करती है, जिसे सभापति ने सदन के नेता से परामर्श के बाद कमिटी को भेजे हैं.
कमिटी में होते हैं 14 सदस्य
कार्य सलाहकार समिति यानी बिजनेस एडवाइजरी कमिटी में विभिन्न दलों के 14 सांसदों को सदस्यों के रुप में मनोनीत किया गया है. यह कमेटी लोकसभा के कामकाज के लिए काफी अहम होती है.
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इस बार कमिटी में कौन-कौन हैं?
इस बार की कमिटी में BJP की ओर से सांसद निशिकांत दुबे, अनुराग सिंह ठाकुर, भर्तृहरि महताब, पीपी चौधरी, बिजयंत पांडा, डॉ. संजय जायसवाल आदि शामिल हैं. वहीं, विपक्षी खेमे से कांग्रेस के सांसद के. सुरेश, गौरव गोगोई, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, डीएमके के दयानिधि मारन, शिवसेना यूबीटी के अरविंद सावंत को सदस्य के तौर पर मनोनित किया गया है.
ओम बिरला की अध्यक्षता वाली कमिटी में सुदीप बंदोपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस), पीपी चौधरी (बीजेपी), लवू श्रीकृष्ण देवरायलु (टीडीपी), निशिकांत दुबे (बीजेपी), गौरव गोगोई (कांग्रेस), संजय जायसवाल (बीजेपी), दिलेश्वर कामत (जेडीयू), भर्तृहरि महताब (बीजेपी), दयानिधि मारन (डीएमके), बैजयंत पांडा (बीजेपी), अरविंद सावंत (शिवसेना-यूबीटी), के. सुरेश (कांग्रेस), अनुराग ठाकुर (बीजेपी) और लालजी वर्मा (सपा) सदस्य भी शामिल हैं.
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