संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) से पहले मंगलवार यानी 6 दिसंबर को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इसमें विभिन्न दलों के सदन के नेता भाग लेंगे. बैठक में सदन का कार्य सुचारू रूप से सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों सहित इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो सकती है. संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू हो रहा है. यह 29 दिसंबर तक चलेगा. सूत्रों के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे.
इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित किये जाने वाले सर्वदलीय बैठक के स्थान पर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है. पिछले सप्ताह सरकार ने शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी.
दोनों सदनों के नेताओं को किया गया आमंत्रित
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस बैठक के लिये लोकसभा और राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपस्थित रहने की संभावना है. कहा गया है कि संसद के शीतकालीन सत्र में लिये जाने वाले संभावित विधायी कार्यों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिये लोकसभा-राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिये सभी दलों के नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की है.
बैठक को लेकर कांग्रेस ने बुलाई थी अहम बैठक
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर शनिवार को पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में एक अहम बैठक बुलाई थी. करीब 70 मिनट चली बैठक में पार्टी सीमा तनाव, महंगाई सहित उन सभी मुद्दों को संसद में उठाने का फैसला लिया, जो जनता और देश की सुरक्षा से जुड़े है. इनमें साइबर क्राइम के मुद्दे को भी प्रमुखता से रखा गया है.
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