सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती को परिवार से मिलने की अनुमति दी गई. बता दें कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से हिरासत में रखा गया है. केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए गत 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटा दिया था और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है. उमर अब्दुल्ला के परिवार ने कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री से श्रीनगर के हरि निवास पर मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक हिरासत में लिए जाने के बाद से अब्दुल्ला के परिवार ने उनसे दो बार मुलाकात की है. उमर अब्दुल्ला की बहन, सफिया और उनके बच्चों को मिलने की इजाजत दी गई थी. उन्होंने बताया कि हमें 20 मिनट मिलने की इजाजत दी गई थी. हिरासत में लिए जाने के कारण उमर अब्दुल्ला की दाढ़ी भी बढ़ गई है.
सेना में शामिल हुए जम्मू-कश्मीर के 575 युवा, पूरे जोश के साथ गाया रेजीमेंट का गीत
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को महबूबा मुफ्ती की बहन और माता को मुलाकात की इजाजत दी गई थी. बता दें कि पीडीपी प्रमुख को पर्यटन विभाग की संपत्ति चेशमाशाही में रखा गया है, जिसे अब उप-जेल घोषित कर दिया गया है. साफिया और उनकी आंटी पिछले कई दिनों से डिप्टी कमीश्नर के दरफ्तर के चक्कर काटते हुईं देखी गई थी. और सोमवार को उन्हें उमर उब्दुल्ला से मुलाकात की अनुमति मिली. जानकारी के मुताबिक, हिरासत में लिए जाने के बाद उमर अब्दुल्ला ने 12 अगस्त को बकरीद के मौके पर फोन पर बात करने की इजाजत दी थी. अधिकारियों ने उन्हें कुछ देर के लिए मोबाइल फोन इस्तेमाल की इजाजत दी थी.
उमर अब्दुल्ला के पिता और जम्मू कश्मीर के तीन बार के मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला को भी घर में नजरबंद किया गया है और उन्हें भी मोबाइल फोन के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है. सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर प्रशासन के दो वरिष्ठ अधिकारी पिछले कुछ हफ्तों में तीन बार उनसे मुलाकात के लिए जा चुके हैं. हर बार फारुख अब्दुल्ला ने अपने बेटे उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की मांग की है जिसे प्रशासन द्वारा खारिज कर दिया गया. जानकारी के अनुसार न ही महबूबा मुफ्ती और न ही उमर अब्दुल्ला को समाचार चैनल या समाचार पत्र के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है. हालांकि अधिकारियों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को डीवीडी प्लेयर और फिल्मों की सीडी उपलब्ध कराई गई हैं. खबरें हैं कि उमर अब्दुल्ला को अपने किंडल टैबलेट पर किताबें पढ़ने की भी इजाजत है जिसका वह बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं, इसके अलावा अब्दुल्ला अपने हरिनिवास पर रोजाना टहलने के लिए भी निकलते हैं.
कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में लोगों के आने-जाने पर लगा बैन हटा, सुरक्षाबल रहेंगे तैनात
प्रशासन दावा कर रहा है कि जम्मू कश्मीर के हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे. लेकिन फिलहाल इन नेताओं के रिहा होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. हाल ही में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री सत्यपाल मलिक ने नजरबंद नेताओं का माखौल उड़ाते हुए कहा था कि हिरासत में लेना इन नेताओं के लिए अच्छा है, क्योंकि जब यह बाहर निकलेंगे तो उन्हें ज्यादा वोट मिलेंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं