ओडिशा के बारगढ़ में मालगाड़ी पटरी से उतर गई है. बताया जा रहा है कि मालगाड़ी में चूना पत्थर लदा था और इसके 5 डिब्बे बारगढ़ में पटरी से उतर गए. ये हादसा एक प्राइवेट लाइन पर हुआ है, जिसका रख-रखाव रेलवे नहीं करता है. हादसे में किसी को कोई नुकसान होने की जानकारी नहीं है. पुलिस ने मौके पर पहुंच गई है. बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार रात ट्रेन दुर्घटना में 270 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 1100 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं.
बताया जा रहा है कि डूंगरी चूना पत्थर खदानों और एसीसी बारगढ़ के सीमेंट प्लांट के बीच एक निजी नैरो गेज रेल लाइन है. यहां लाइन, वैगन, लोको सभी निजी हैं. यह ट्रैक किसी भी तरह से भारतीय रेलवे प्रणाली से जुड़ा नहीं है. उस रेलवे लाइन पर आज तड़के पटरी से उतरने की घटना हुई है.
बता दें कि रविवार रात को करीब 10 बजकर 40 मिनट पर विशाखापत्तनम बंदरगाह से राउरकेला इस्पात संयंत्र तक कोयले से लदी एक मालगाड़ी पटरियों से गुजरी. दुर्घटना स्थल से ट्रेनें धीमी गति से गुजर रही हैं. बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी. इस दुर्घटना में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है. जांचकर्ता तीन ट्रेनों के आपस में टकराने की घटना के पीछे संभावित मानवीय भूल, सिग्नल की नाकामी और अन्य संभावित वजहों की तलाश कर रहे हैं.
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