- नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद देश के सबसे वायु प्रदूषित शहरों में शीर्ष तीन स्थान पर क्रमशः हैं.
- दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने बताया कि इस साल नवंबर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता पिछले वर्ष से बेहतर रही है.
- दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कारपूलिंग और निजी संस्थानों को वर्क फ्रॉम होम को प्रोत्साहित करने की अपील की है.
नोएडा-दिल्ली-गाजियाबाद देश के सबसे वायु प्रदूषित शहरों में टॉप पर हैं. नोएडा पहले नंबर पर, दिल्ली दूसरे और गाजियाबाद तीसरे नंबर पर है. चौथे पर हरियाणा का रोहतक और पांचवे पर बहादुरगढ़ है. गुरुग्राम की हवा भी खराब है, लेकिन रैंकिग के मामले में वो 24वे नंबर पर है. दिल्ली NCR में प्रदूषण से इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं.
लिस्ट में देखिए आपके शहर में कैसी हवा













पिछले सालों के मुकाबले दिल्ली में सुधार
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किए गए समन्वित प्रयासों के स्पष्ट परिणाम दिखने लगे हैं. उसने कहा कि इस साल नवंबर में अधिकतर दिनों में शहर की वायु गुणवत्ता पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में बेहतर रही. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली अब तक प्रदूषण के उस स्तर तक पहुंचने से बची हुई है जिसके कारण 2023 में लगभग इसी समय क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रैप) के तीसरे चरण को लागू करना पड़ा था.
पराली पर सीएक्यूएम की चेतावनी

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने पंजाब से पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल और समन्वित कार्रवाई का शनिवार को आह्वान किया. साथ ही आयोग ने कहा कि हरियाणा में चालू धान कटाई के मौसम के दौरान ऐसे मामलों में उल्लेखनीय कमी आयी है.पंजाब के क्षेत्रीय दौरे के दौरान, सीएक्यूएम अध्यक्ष राजेश वर्मा ने बठिंडा स्थित लहरा मोहब्बत ताप विद्युत संयंत्र की खराब स्थिति और उत्सर्जन मानदंडों के पालन नहीं करने पर गंभीर चिंता जतायी. आयोग ने चेतावनी दी कि यदि तत्काल सुधारात्मक उपाय नहीं किए गए तो वह इसे बंद करने के निर्देश जारी कर सकता है. टीम को क्षेत्र में पराली जलाने की छिटपुट घटनाएं भी मिलीं.
वर्क फॉर्म होम की अपील
दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्लीवासियों से खास अपील की है. उन्होंने लोगों से प्रदूषण के स्तर को देखते हुए कारपूलिंग की अपील की है. साथ ही सीएम गुप्ता ने निजी संस्थानों से अपील की है कि वो अपने कर्मचारियों को घर से काम करने यानी वर्क फॉर्म होम करने के लिए प्रोत्साहित करें. कार पूलिंग और निजी संस्थानों से वर्क फ्रॉम होम देने की अपील करने से पहले सीएम रेखा गुप्ता ने प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में सरकारी कर्मचारियों के ऑफिस टाइम में भी बदलाव किया था. नई व्यवस्था के तहत 15 नवंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 तक लागू रहेगी. दिल्ली सरकार के कार्यालय अब सुबह 10:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक चलेंगे, जबकि नगर निगम (MCD) के कार्यालय सुबह 8:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुलेंगे.
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