उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों को चेतावनी दी कि लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में लापरवाही और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह निर्देश शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान दिये और दो-टूक अंदाज में कहा कि ''पीड़ितों की मदद और पात्र लोगों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने में विलंब नहीं होना चाहिए, इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी."
मुख्यमंत्री ने कहा कि ''यदि किसी स्तर पर कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर प्रकरण को लंबित रखा गया है, तो वहां जिम्मेदारी सुनिश्चित कर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.''
लखनऊ में जारी एक बयान के अनुसार गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. मुख्यमंत्री ने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है और वह हर समस्या का प्रभावी निस्तारण कराएंगे.
मुख्यमंत्री ने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो-टूक अंदाज में समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें. कुछ प्रकरणों पर उन्होंने अफसरों को यह पता लगाने का निर्देश दिया कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ.
हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए. उन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया. जनता दर्शन में कुछ महिलाएं बच्चों के साथ पहुंचीं थीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों से आत्मीयता पूर्वक बात कर उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा. मुख्यमंत्री ने बच्चों को खूब पढ़ने व आगे बढ़ने का आशीर्वाद देते हुए उन्हें उपहार के रूप में चॉकलेट दिए.
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