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NDTV Exclusive: सतारा डॉक्टर खुदकुशी केस में सामने आई एक और चिट्ठी, अब एक सांसद और PA का भी जिक्र

NDTV Exclusive: सतारा डॉक्टर खुदकुशी केस में एक और चिट्ठी सामने आई है. यह चिट्ठी डॉक्टर द्वारा लिखी गई है. जिसमें एक सांसद और उसके PA का जिक्र है.

NDTV Exclusive: सतारा डॉक्टर खुदकुशी केस में सामने आई एक और चिट्ठी, अब एक सांसद और PA का भी जिक्र
  • सतारा की महिला डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले 4 पन्नों का लेटर लिखा था, जिसमें एक MP और उनके PA का उल्लेख था.
  • डॉक्टर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने संदिग्ध आरोपी को फिटनेस सर्टिफिकेट देने के लिए दबाव डाला और परेशान किया.
  • डॉक्टर ने DYSP को लिखित शिकायत की थी लेकिन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.
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Satara Doctor Suicide Case: सतारा के महिला डॉक्टर के खुदकुशी मामले में अब एक और लेटर सामने आया है. NDTV की पड़ताल में सामने आए लेडी डॉक्टर के इस लेटर में कई चौंकाने वाले राज लिखे हैं. मृत डॉक्टर द्वारा लिखे गए चार पेज के लेटर में एक सांसद (MP) और उनके निजी सचिव (PA) का उल्लेख है. हालांकि सांसद और उसके सचिव का नाम नहीं लिखा है. मालूम हो कि सतारा की डॉक्टर ने बीती रात होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. डॉक्टर की हथेली पर कुछ नाम लिखे थे. जिसमें एक पुलिस अधिकारी का नाम भी शामिल था. जिसके बाद इस मामले से स्वास्थ्य के साथ-साथ पुलिस प्रशासन विभाग में भी हड़कंप मच गया है.

डॉक्टर की चिट्ठी में एक सांसद और उसके सचिव का नाम

डॉक्टर ने अधिकारियों को लिखे अपने पत्र में एक सांसद (MP) और उनके स्वीय सचिव (PA) का उल्लेख किया है, जिससे इस मामले में राजनीतिक दबाव का ज़िक्र है.  डॉक्टर ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि उन्हें संदिग्ध आरोपियों को 'फिट' (स्वस्थ) प्रमाणपत्र देने के लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा दबाव डाला जा रहा था.

संदिग्ध आरोपी को फिट होने का प्रमाण पत्र नहीं देने पर किया गया परेशान

जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो पुलिस ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया. इसके अलावा, डॉक्टर ने शिकायत की थी कि उन्होंने DYSP (उप-अधीक्षक) रैंक के अधिकारियों के पास भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने उन्हें परेशान किया था. 

डॉक्टर द्वारा लिखी गई 4 पन्ने की चिट्ठी का एक पेज.

डॉक्टर द्वारा लिखी गई 4 पन्ने की चिट्ठी का एक पेज.

इस नए पत्र से संकेत मिलता है कि फलटण प्रकरण में पुलिस और प्रशासन पर दबाव डालने के लिए ऊंचे पदों के राजनीतिक व्यक्तियों (सांसद और उनके PA) का हस्तक्षेप हो सकता है.

डॉक्टर के लेटर में ज़िक्र आरोपों के अहम प्वाइंट

सतारा में सुसाइड करने वाली लेडी डॉक्टर का 4 पन्नों का जो लेटर NDTV के हाथ लगा है, उसमें डॉक्टर ने सतारा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इंक्वायरी कमिटी को लिखे लेटर में एक MP और उसके PA का ज़िक्र किया है. लेटर में लिखा है कि 31 जुलाई 2025 रात 12 बजे फल्टन ग्रामीण पुलिस एक आरोपी (नाम नहीं) का फिटनेस टेस्ट कराने लेकर आई.

आरोपी का BP हाई था, मैंने भर्ती करने को कहा, लेकिन पुलिस ने “फिट” रिपोर्ट देने का दबाव बनाया. सीनियर्स से सलाह ली गई, आगे की जांच के लिए कहा गया. लेकिन दस मिनट के बाद एक MP के दो PA आए. MP से फ़ोन पर मेरी बात करवाई गई, MP ने कहा “पुलिस की शिकायत है कि मैं “बीड” ज़िले से होने की वजह से सतारा ज़िले के आरोपियों को “फिट” सर्टिफिकेट नहीं देती”.

“पुलिस निरीक्षक महाडिक” से शिकायत के बारे में मैंने बात की उन्होंने साफ़ जवाब नहीं दिया, मेरी जान पर खतरे की जवाबदेही किसकी होगी, ऐसा पूछने पर फ़ोन काट दिया!

मैंने DYSP को फ़ोन किया, सारी बात बताई. उन्होंने आश्वासन दिया लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. इसलिए उन्हें लिखित शिकायत भेजी है. 16/07/25 को लक्ष्मी खरात (54 वर्ष) आरोपी को जांच के लिए लाया गया. बीपी हाई था, भर्ती करना ज़रूरी था लेकिन पुलिस ने मुझे “फिट” रिपोर्ट देने की धमकी दी. गाली दी और बिना चेकअप के आरोपी को ले गए.

जब सीनियर पुलिस अधिकारी से मैंने इसकी शिकायत की तो उन्होंने कहा “तुम्हें जो करना है करो, हम तुम्हें देख लेंगे”. PSI गोपाल बदने अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में आकर कुर्सी पर बैठ धमकी देता है. 19/06/2025 को मैंने DYSP से लिखित शिकायत की उसका कोई जवाब नहीं आया है, उल्टा मुझे दोषी ठहराया जा रहा है.

लेटर में डॉक्टर ने आगे लिखा कि मेरा किसी से कोई निजी झगड़ा नहीं है. इंक्वायरी कमिटी से विनती है कि पुलिस द्वारा मानसिक प्रताड़ना बंद हो. स्वास्थ्य अधिकारियों के निजी जीवन में बाधा ना खड़ी की जाये.

डॉक्टर ने अपने लेटर में आगे लिखा कि मैं बीड से हूं, इसलिए जब कोई बीड का आरोपी हो तो मुझे ताने भी दिए जाते हैं “देखो मैडम आपके बीड के आरोपी….देखो आपके बीड के लोग कैसे गुनाह कर रहे हैं….देखो बीड के “मुंडे” कैसे होते हैं” मृत डॉक्टर भी मुंडे समुदाय से हैं.

क़ानून का उल्लंघन करते हुए फ़रवरी से लगातार स्वास्थ्य कर्मचारियों की पुलिस द्वारा मानसिक प्रताड़ना हो रही है. कुछ ग़लत हुआ तो इसके लिए पुलिस-प्रशासन ज़िम्मेदार होगी. इंक्वायरी कमिटी पुलिस को निर्देश दे की ये प्रताड़ना बंद हो!

पुलिस अधिकारी बोले- केस दर्ज, आरोपी PSI सस्पेंड

मामले में महाराष्ट्र पुलिस के स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल सुनील फुलारी ने प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि केस दर्ज किया गया है. दो आरोपी के नाम शामिल हैं, जिसमें एक PSI है. उसका सस्पेंशन ऑर्डर जारी कर दिया गया है. टीम जांच करने गई है. वे सबूत लेकर जांच कर रहे हैं.

पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. सभी शिकायतें नोट कर ली गई हैं. आरोपी PSI को सस्पेंड कर दिया गया है. तलाशी के लिए दो टीमें भेजी गई हैं.

यह भी पढ़ें - पुलिस इंस्पेक्टर ने 4 बार मेरा रेप किया, सतारा में 28 साल की डॉक्टर ने हाथ में सुसाइड नोट लिखकर सुनाई पूरी कहानी

(सतारा से राहुल तपाशे का इनपुट)

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