- बंगाल में हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखकर राजनीतिक चर्चा में खुद को स्थापित किया है.
- हुमायूं कबीर ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाकर ममता बनर्जी के खिलाफ भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
- एक व्यक्ति ने हुमायूं कबीर को असल में अस्सी करोड़ रुपये देने का वादा किया है जो मस्जिद निर्माण में खर्च होंगे.
पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया चेहरा हुमायूं कबीर के रूप में उभर रहा है. मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखकर चर्चा में आए हुमायूं कबीर ने अब अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. हुमायूं कबीर ने यहां तक ऐलान कर दिया है कि वो ममता बनर्जी के खिलाफ भी उम्मीदवार उतारेंगे और ममता बनर्जी को सत्ता से हटाएंगे.
'बाबरी मस्जिद के नाम पर करोड़ों का ऑफर', हुमायूं कबीर का विस्फोटक इंटरव्यू #BabriMasjid | #HumayunKabir | #WestBengal | @RittickMondal pic.twitter.com/paqr4LV6Aj
— NDTV India (@ndtvindia) December 10, 2025
बाबरी के नाम पर आ रही फंडिंग पर बोले हुमायूं
हुमायूं कबीर से बाबरी मस्जिद के नाम पर सऊदी-बांग्लादेश से आ रहे करोड़ों रुपये पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'पैसा आने दीजिए क्या दिक्कत है, यहां के पीएम को सऊदी अरब जाकर इतनी इज्जत मिलती है, तो सऊदी अरब के लोग अगर भारत के मुसलमान को मस्जिद बनाने के लिए पैसा देते हैं तो क्या आपत्ति है.'
'मेरे मुस्लिम भाई दे रहे इतना पैसा'
कबीर ने कहा कि मेरे मुसलमान भाइयों ने मुझे बाबरी मस्जिद बनाने के लिए पैसा दिया है. मैंने पारदर्शिता बरती है और पूरा पैसा CCTV की निगरानी में काउंट किया है. मेरे बैंक अकाउंट में 3 करोड़ से ज्यादा का चंदा आया है. हुमायूं कबीर ने बताया कि एक आदमी ने उन्हें 80 करोड़ रुपये देने का वादा किया है. कोई एक करोड़ तो कोई पांच करोड़ की मदद देने को तैयार है. ये पूरा पैसा मस्जिद के काम में ही लगेगा. राजनीति में ये पैसा इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
TMC के आरोपों पर बोले हुमायूं
टीएमसी ने आरोप लगाया कि भाजपा हुमायूं कबीर को फंड कर रही है. इस सवाल पर हुमायूं कबीर ने कहा कि पहले टीएमसी से पूछिए कि अटल बिहारी वाजपेयी को कालीघाट में कौन लेकर आया, उनकी माता को वाजपेयी ने प्रणाम किया उस समय कितने की डील हुई थी.
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