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पहाड़ों पर मानसून का कहर... हिमाचल में 350 सड़कें बंद, उत्तराखंड में गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे टूटा

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया हैं, जिसके चलते हाईवे का बड़ा हिस्सा सतलुज नदी में समा गया भारी बारिश के बाद उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री हाइवे बंद हो गया है. देर रात से हुई बारिश से मुख्य सड़कें बंद हैं.

पहाड़ों पर मानसून का कहर... हिमाचल में 350 सड़कें बंद, उत्तराखंड में गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे टूटा
हिमाचल-उत्‍तराखंड में मानसून का कहर, कई नेशनल हाईवे बंद, आज भी बारिश का अलर्ट
  • हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में भारी बारिश और भूस्खलन से 194 लोगों की मौत और आर्थिक नुकसान हुआ है.
  • हिमाचल में 3 नेशनल हाईवे और 350 सड़कों के बंद होने से कई क्षेत्रों का संपर्क बाधित हो गया है.
  • शिमला-मंडी हाईवे सतलुज नदी में धंसने के कारण बंद है, जिससे लोगों को शिमला पहुंचने में कठिनाई हो रही है.
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मंडी:

हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड समेत उत्‍तर भारत के कई राज्‍य इस साल मानसून में भारी बारिश से जूझ रहे हैं. हिमाचल और उत्‍तराखंड में भारी बारिश के बाद लैंडस्‍लाइड से कई नेशनल हाईवे जाम हो गए हैं. कई जगह पहाड़ के पहाड़ दरक गए हैं. इसकी वजह से कई क्षेत्रों का संपर्क दूसरों से टूट गया है. सिर्फ हिमाचल की बात करें, तो राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में इस साल 20 जून से 5 अगस्त तक भारी बारिश, भूस्खलन और संबंधित आपदाओं के कारण 194 मौतें दर्ज की गईं और कुल मिलाकर 1.85 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. उत्‍तराखंड के धराली में पिछले दिनों बादल फटने के बाद आई तबाही ने भारी नुकसान किया था. 

हिमाचल में  3 नेशनल हाईवे, 350 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटने की घटनाओं से अब तक 3 नेशनल हाईवे, 350 सड़कें बंद हैं. 20 जून से मानसून शुरू होने से अब तक 273 लोगों की मौत हो चुकी है. 37 लोग लापता हैं 350 लोग घायल हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 2 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान अब तक हो चुका है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ,बादल फटने व फ़्लश फ्लड का दौर अभी भी जारी है. मौसम विभाग ने अभी भी आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.

शिमला-मंडी हाईवे बंद 

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया हैं, जिसके चलते हाईवे का बड़ा हिस्सा सतलुज नदी में समा गया. शिमला मंडी हाईवे सड़क का बड़ा तत्तापानी के पास टूट जाने से नदी में समा गया, जिसके चलते हाईवे बंद कर दिया गया है, क्योंकि आधे से ज्यादा सड़क धंस चुकी है और बाकी सड़क भी धंसने की कगार में है. भारी बारिश के चलते सतलुज नदी उफान पर हैं. तत्तापानी पुल भी नदी में समाने की कगार पर है. शिमला मंडी के बीच सड़क धसने के तत्तापानी में हाईवे पर बंद हो जाने से अब लोगों को शिमला जाने में बहुत दिक्कत आ रही है. लोग पैदल सुन्नी तक सफर कर रहे हैं, ताकि सुन्नी से शिमला के लिए बस मिल सके.

हिमाचल में 2 जिलो में भारी बारिश का येलो अलर्ट

हिमाचल प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को चम्बा व कांगड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा. मंगलवार व बुधवार को किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, फिर 21 अगस्त से फिर से येलो अलर्ट जारी किया गया है. रविवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिसमें धौलाकुंआ में सर्वाधिक 104.5, नाहन में 30, शिमला व मनाली में 10-10, सुंदरनगर में 6, भुंतर में 3, धर्मशाला में 6.4, सोलन में 5, कांगड़ा में 3, मंडी में 2, बिलासपुर में 0.5, चम्बा में 1, जुब्बड़हट्टी में 2, कुफरी में 13.5, नारकंडा में 4.5, सेओबाग में 1, नेरी में 1.5, बजौरा में 1 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि कल्पा में बूंदाबांदी हुई. इससे पूर्व शनिवार रात्रि को मंडी जिला के कटौला में सर्वाधिक 12, कांगड़ा में 11, नगरोटा सूरियां में 11, नाहन में 10, जोगिंद्रनगर में 8, पांवटा में 7, भुंतर में 6, पालमपुर में 6, गुलरे में 6, कसोल में 5, सुजानपुर टिहरा में 4 सैंटीमीटर वर्षा हुई. राजधानी शिमला में दिन में बारिश के बाद शाम को धूप खिली.

उत्तराखंड में लैंडस्लाइड, मलबे ने रोक लिया रास्ता

उत्तराखंड के चमोली जिले में पिछले कुछ दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है. बद्रीनाथ नेशनल हाईवे में तीन जगहों पर सड़कों पर मलबा आ गिरा है, जिसके बाद रास्ते बंद हो गए. लगातार हो रही बारिश से उत्तराखंड में हालत बिगड़ती जा रही है, लेकिन इस बारिश में चार धाम यात्रा जारी है. देश भर से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन ऐसे में हालात तब बिगड़ते हैं, जब रास्ते ही बंद हो जाएं. चमोली जिले के बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर बीती रात भारी बारिश के बाद पहाड़ से मलबा दरकता हुआ सड़क पर आ गिरा, जिसके बाद 3 जगह केमड़ा, नंदप्रयाग और पीपलकोटी के पास रास्ता बंद हो गया. रास्ते को साफ किया जा रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से रास्ता साफ करने में भी परेशानियां आ रही हैं. सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां और श्रद्धालु फंसे हुए हैं. जेसीबी मशीनों की मदद से रास्तों को साफ किया जा रहा है. बारिश प्रशासन के लिए एक चुनौती बनकर हर रोज बरस रही है. सवाल ये है कि सैलाब और टूट-फूट की ये कहानी पहाड़ों में कब खत्म होगी.

गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे टूटा

भारी बारिश के बाद उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री हाइवे बंद हो गया है. देर रात से हुई बारिश से मुख्य सड़कें बंद हैं. गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नालूपानी, नेतला, डबरानी, सोनगाड़ के पास लैंडस्लाइड से बंद हो गया है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नारद चट्टी, रानाचट्टी और कल्याणी में सड़क पर मलवा आने से बाधित हो गया है. यमुनोत्री नेशरल हाईवे 123 बड़कोट-विकासनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बर्निगाड के पास बंद करना पड़ा है. गंगोत्री मार्ग को सुचारू करने में बीआरओ की मशीनरी लगी हुई हैं. यमुनोत्री हाईवे को खोलने में नेशनल हाईवे विभाग की मशीनें काम कर रही हैं.

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