भारत और पड़ोसी देशों में आज राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं, और इसी बीच कई अहम घटनाक्रम सुर्खियों में हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बर्लिन के एक कॉलेज में भाषण देते हुए भारत की लोकतांत्रिक स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि देश के संवैधानिक ढांचे और संस्थाओं पर व्यवस्थित हमला हो रहा है और मौजूदा आर्थिक मॉडल पूरी तरह विफल हो चुका है.
उधर, बांग्लादेश में राष्ट्रीय चुनावों से पहले सुरक्षा व्यवस्था पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई, जिसमें Tareq Rahman की संभावित वापसी से जुड़े इंतजामों और कार्यकर्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या की जांच प्रगति पर चर्चा हुई. इसी बीच मुंबई में VHP ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा को लेकर कल दोपहर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है.
नितिन नवीन का होगा पटना में स्वागत
देश में ही आज पटना की राजनीति भी गर्म रहने वाली है, जहां BJP के युवा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन का हाई-वोल्टेज रोडशो होना है. एयरपोर्ट से मिलर स्कूल मैदान तक पूरे रूट को भव्य स्वागत के लिए सजाया जा रहा है.
दिल्ली में दम घोंट रहा प्रदूषण
वहीं राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके में दमघोंटू हवा लोगों के लिए मुश्किल खड़ी कर रही है. कोहरे का सितम भी जारी है. इससे सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हो रहे हैं.
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अरावली विवाद पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का बयान भ्रामक-अशोक गहलोत
संसद सत्र के दौरान जर्मनी से भारत विरोधी बयान दे रहे राहुल- जेपी नड्डा
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि जब संसद का सत्र चल रहा था, तब राहुल विदेश में भारत के खिलाफ बयान दे रहे थे.
नड्डा का कहना है कि संसद के दौरान राहुल गांधी का जर्मनी में रहकर भारत की लोकतांत्रिक स्थिति पर सवाल उठाना गैर-जिम्मेदाराना है, और इससे देश की छवि को नुकसान पहुंचता है.
श्रीलंका दौरे पर विदेश मंत्री जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार को कोलंबो पहुंचे, जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे. मंगलवार को होने वाली इन बैठकों में दोनों देशों के बीच चल रहे सहयोग और रणनीतिक संबंधों पर विस्तृत बातचीत होने की उम्मीद है. जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि वे श्रीलंकाई नेतृत्व से औपचारिक चर्चा करेंगे. यह दौरा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति को मजबूत करता है और माना जा रहा है कि उनकी मुलाकातें भारत-श्रीलंका संबंधों को और मजबूती देंगी.