जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष शरद यादव ने किसानों की परेशानियों को दूर करने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर एनडीए सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि वे बस सपने बेच रहे हैं तथा उनके पास न तो कोई नीति है, न ही कोई कार्यक्रम।
यादव ने कहा, नीति, इरादे से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। सभी सरकारों की लोगों का भला करने की मंशा होती है। लेकिन मुद्दा यह है कि क्या सरकार के पास उसे पूरा करने के लिए कोई नीति एवं कार्यक्रम है या नहीं। इस सरकार के पास कोई रोडमैप, कोई नीति या कोई कार्यक्रम नहीं है। महज मंशा से किसानों का कोई भला नहीं होगा।
शरद यादव प्रधानमंत्री के शुक्रवार के इस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि विपक्ष यह झूठ फैला रहा है कि सरकार किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है। नए जमीन अधिग्रहण विधेयक पर आलोचनाओं का सामना कर रहे पीएम मोदी ने दलील दी थी कि वह किसानों के बीच रहे हैं, इसलिए वह उनके दुखदर्द को समझ सकते हैं और उनकी परेशानियों को दूर करने के नेक इरादे से काम कर रहे हैं।
पीएम के बयान पर शरद यादव ने कहा, इरादे का क्या मतलब है, जब उसके साथ कोई ठोस नीति या कार्यक्रम न हों। जब नीति और इरादे आपस में मिलते हैं, केवल तभी नतीजे सामने आते हैं। यह सरकार नीति के मोर्चे पर पूरी तरह अभावग्रस्त है। इस सरकार ने दो करोड़ रोजगार पैदा करने का वादा किया है। उसने कई ऐसे सपने बेचे, लेकिन उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सिर्फ इरादे की चर्चा करने की बजाय सरकार को गरीबी हटाने, रोजगार पैदा करने, किसानों को राहत प्रदान करने के लिए स्पष्ट रोडमैप के साथ आगे आना चाहिए और अपनी नीति बतानी चाहिए।
पिछले महीने शरद यादव ने नए जमीन अधिग्रहण कानून के खिलाफ संसद से राष्ट्रपति भवन तक दर्जनभर विपक्षी दलों का मार्च आयोजित किए जाने में अहम भूमिका निभाई थी और आरोप लगाया था कि एनडीए सरकार का यह कदम किसान विरोधी एवं उद्योपगतियों के हित में है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं