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This Article is From Nov 06, 2023

महुआ मोइत्रा घूसकांड: लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठक अब 7 की जगह 9 नवंबर को होगी

"कैश-फॉर-क्वेरी" मामले में एथिक्स कमेटी की बैठक 9 नवंबर को होगी. सूत्रों के मुताबिक़ आचार समिति महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra Cash For Query Case) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफ़ारिश कर सकती है.

महुआ मोइत्रा घूसकांड

Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में घिरीं महुआ मोइत्रा
9 नवंबर को होगी एथिक्स कमेटी की बैठक
बैठक में होगी महुआ पर लगे आरोपों पर ड्राफ़्ट रिपोर्ट एडॉप्ट

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा घूस लेकर (Mahua Moitra Cash Case) संसद में सवाल पूछने के मामले में बुरी तरह से घिरीं हुई हैं. उन पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से महंगे तोहफे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगा है. जिसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ लोकसभा की  एथिक्स कमेटी में शिकायत दर्ज करवाई थी. हुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर ड्राफ़्ट रिपोर्ट एडॉप्ट करने के लिए लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठक अब 7 की जगह 9 नवंबर को होगी.

 सूत्रों के मुताबिक़ आचार समिति महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफ़ारिश कर सकती है. पहले खबर आई थी कि  "कैश-फॉर-क्वेरी" मामले की सुनवाई कर रही संसद की एथिक्स कमेटी अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट पर विचार करने और उसे एडाप्ट करने के लिए सात नवंबर को बैठक करेगी. हालांकि अब नौ नवंबर को बैठक होगी.

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महुआ मोइत्रा पर क्या है आरोप?

एथिक्स कमेटी की जांच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर की गई है. दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदाणी समूह को निशाना बनाने के लिए संसद में प्रश्न पूछने के एवज में उनके व्यापारिक प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली है. निशिकांत दुबे की तरफ से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे गए पत्र में महुआ को संसद से तत्काल निलंबित करने की मांग की गई थी.

निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखी थी चिट्ठी

निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को 15 अक्टूबर को एक चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि मोइत्रा द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 सवालों में से 50 प्रश्न अडाणी समूह पर केंद्रित थे. उन्होंने शिकायत में कहा कि किसी समय मोइत्रा के करीबी रहे देहाद्रई ने मोइत्रा और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अदाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेनदेन के ऐसे साक्ष्य साझा किए हैं, जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता. दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था.

महुआ ने स्वीकार की लॉगिन शेयर करने की बात

वहीं कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा के संसदीय लॉगिन पर प्रश्न पोस्ट करने की बात स्वीकार की है. हालांकि कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया है. दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया है कि उन्होंने महुआ मोइत्रा को गिफ्ट दिए थे. हालांकि महुआ मोइत्रा कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों को खारिज करती रही हैं.  हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने अपना संसदीय लॉगिन शेयर किया था. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि इसके उपयोग को नियंत्रित करने वाले किसी भी नियम के बारे में सदस्यों को नहीं बताया.अब इस मामले में एथिक्स कमेटी की बैठक होगी. सूत्रों के मुताबिक़ महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफ़ारिश की जा सकती है.

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