महाराष्ट्र के चुनावों की घोषणा होने जा रही है. सभी दलों ने जीत के लिए प्रयास आरंभ कर दिए हैं. वर्तमान में दो प्रमुख गठबंधन राज्य में जीत की दावेदारी कर रहे हैं. यहां एक तरफ सत्ताधारी एनडीए तो दूसरी तरफ इंडिया अलायंस का गठबंधन है. पिछले चुनावों के बाद से राज्य में इस बार के चुनाव के लिए काफी बदलाव हो चुका है. शिवसेना के दो हिस्से हो चुके हैं और एनसीपी में भी दो फाड़ हो चुका है. दोनों ही दलों को दोनों ही हिस्से अपने को असली दावेदार बता रही है. वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक शिवसेना का नेतृत्व कर रहे हैं. इस शिवसेना को पुरानी शिवसेना का चिह्न और नाम मिला है जबकि बाला साहब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे को नया चुनाव चिह्न और नाम मिला है. दूसरी तरफ एनसीपी में भी दो हिस्से बंटने के बाद अजित पवार के पास पुराना वाला चुनाव चिह्न है और नाम है जबकि इस पार्टी का गठन करने वाले शरद पवार के पास अब नया नाम और नया चुनाव चिह्न है.
2024 के आंकड़ों का इशारा
इस चुनाव में जाने से पहले राज्य में हाल ही में 2024 का लोकसभा चुनाव देखा है. इस चुनाव में एनडीए के सामने इंडिया अलायंस ने खासी टक्कर पेश की थी. बीजेपी को राज्य से काफी उम्मीद थी. लेकिन सीटों के मामले में बीजेपी और एनडीए काफी पिछड़ गया. यहां पर 2024 के चुनाव में जब पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार सरकार बनाने के लिए मैनडेट लेने गए थे तब राज्य से झटका मिला. गौरकरने की बात यह है कि वोट प्रतिशत के मामले में एनडीए और इंडिया अलायंस के बीच ज्यादा अंतर नहीं था लेकिन सीटों में यह अंतर काफी बन गया. लोकसभा चुनाव में पड़े मत प्रतिशत के हिसाब से एनडीए को 43.6 प्रतिशत का मतदान मिला जबकि इंडिया अलायंस को 43.9 प्रतिशत का मतदान मिला. इस 0.3 प्रतिशत के अंतर ने सीटों में काफी अंतर डाल दिया. एनडीए को जहां 17 सीटें मिली वहीं इंडिया अलायंस को 30 सीटें मिली. यहां पर एक सीट निर्दलीय और एक सीट अन्य के खाते में गई है.
इंडिया गठबंधन और एनडीए की स्थिति
इस वोटिंग और परिणाम के बाद से इंडिया गठबंधन काफी उत्साहित था कि आगामी विधानसभा चुनाव में परिणाम उनके पक्ष में आ सकता है. 2024 लोकसभा के चुनाव में पड़े मतों को यदि हम विधानसभा चुनाव के हिसाब से देखते हैं तो राज्य की 288 सीटों में से इंडिया गठबंधन को 153 सीटें मिलती दिखती हैं. उधर, एनडीए गठबंधन को 126 सीटें मिलती दिखती हैं. इस गणना के हिसाब से बीजेपी के खाते में 79, शिवसेना के खाते में 40, एनसीपी के खाते में 6 और आरएसपी के खाते में 1 सीट मिलती दिख रही है. उधर इंडिया गठबंधन को इसी हिसाब से कुछ ऐसे सीटें मिलती दिख रही हैं. कांग्रेस 63, एसएस यूबीटी 57, एनसीपी एसपी 33 सीटें मिलती दिख रही है. अन्य के खाते में 9 सीटें मिलती दिख रही हैं. राज्य में कुल 288 सीटें हैं और जो भी गठबंधन 145 सीट हासिल करेगा सरकार बना पाएगा. इस हिसाब से तो इंडिया गठबंधन इन आंकड़ों को देखकर काफी खुश हो सकता है. लेकिन जमीनी स्तर पर काफी काम करना होगा.
यहां पर आपको बता दें कि पिछला यानी 2019 के चुनाव में किसे कितनी सीटें मिली थीं. बीजेपी को 105, शिवसेना 56, कांग्रेस 44, एनसीपी 54, एमएनएस 1 सीट मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी को 25.8 प्रतिशत, शिवसेना को 16.4 प्रतिशत, कांग्रेस को 15.9 प्रतिशत, एनसीपी 16.7 प्रतिशत और एमएनएस को 2.3 प्रतिशत मत मिले थे.
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