
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले मिलिंद नार्वेकर से उनके घर जाकर मुलाकात की. सीएम शिंदे ने इस मुलाकात को लेकर कहा कि मैं मिलिंद नार्वेकर के घर गणेश पूजा के मौके पर आया हूं. इस दौरान मैंने भगवान गणेश की पूजा की. लेकिन इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक मतलब भी ढूंढ़े जाने लगे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि मिलिंद उद्धव ठाकरे के सबसे करीबी लोगों में से एक हैं, ऐसे में इस मुलाकात को काफी खास माना जा रहा है. बता दें कि इस साल जून में जब एकनाथ शिंदे शिवसेना के बागी विधायकों के साथ सूरत चले गए थे, उस समय मिलिंद नार्वेकर ही उनसे बात करने के लिए सूरत पहुंचे थे. हालांकि इस मुलाकात का कोई नतीजा नहीं निकला था और कुछ दिन बाद ही एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में महाअघाड़ी की सरकार को गिरा दिया था.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही दादर के शिवाजी पार्क में रैली को लेकर शिवसेना के दोनों गुट आमने-सामने दिख रहे थे.शिवाजी पार्क शिवसेना में उद्धव गुट और एकनाथ शिंदे गुट के बीच राजनीतिक युद्ध का अखाड़ा बनने जा रहा है. 5 अक्टूबर को दशहरा है और अबकी बार यहां किसकी रैली होगी यह कहना मुश्किल हो गया था. एकनाथ शिंदे गुट ने बीजेपी के साथ मिलकर पहले उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनी और अब शिवसेना के दशहरा सम्मेलन पर भी कब्जा करना चाहते हैं. शिवसेना हरसाल शिवाजी पार्क पर दशहरा सम्मेलन करती है. इस बार भी पार्टी ने अर्जी देकर इजाजत मांगी है, लेकिन बीएमसी और पुलिस ने अभी तक कोई इजाजत नहीं दी है. इस बीच एकनाथ शिंदे गुट ने भी शिवाजी पार्क पर ही दशहरा सम्मेलन करने की बात कह मामले को पेचीदा बना दिया है.
शिवसेना हर साल इसी शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली करते हैं, यहां बड़ी संख्या में शिवसैनिक जमा होते हैं और यहां से संदेश लेकर देश के कोने कोने में जाते हैं. पिछले दो साल से कोरोना की वजह से यहां दशहरा रैली नहीं हो पाई. एकनाथ शिंदे की बागवत के बाद शिवसेना के पास बड़ा मौका है कि वह यहां रैली करके अपनी ताकत दिखा सकें, इसके लिए उन्होंने बीएमसी से इजाजत न मिलने की वजह से नया विवाद ही पैदा हो गया है.
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