दिल्ली के वजीराबाद में तेंदुआ ने पैदा की दहशत, पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया

पिछले साल एक दिसंबर को दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म में एक तेंदुआ देखा गया था. उसे आखिरी बार छह दिसंबर को देखा गया था और वन विभाग को ऐसा लगा था कि तेंदुआ असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में लौट गया है.

दिल्ली के वजीराबाद में तेंदुआ ने पैदा की दहशत, पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया

तेंदुआ जगतपुर गांव में एक घर की छत से कूद कर समीप की इमारत में घुस गया था.

नई दिल्ली:

उत्तरी दिल्ली के वजीराबाद स्थित एक गांव में सोमवार सुबह एक तेंदुआ घुस गया और उसने आठ लोगों को घायल कर दिया तथा इलाके में दहशत पैदा कर दी. हालांकि, वन विभाग के अधिकारियों ने पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया. अधिकारियों के मुताबिक, यमुना नदी से लगे जगतपुर गांव में दिखा तेंदुआ यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क से भटककर इलाके में आया होगा.

वन विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि तेंदुए ने कम से कम आठ लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया और फिर एक मकान के कमरे में घुस गया। इसके बाद बचाव टीम ने उसे पकड़ने के लिए कमरे को बाहर से बंद कर दिया. अधिकारी ने बताया, ''आज सुबह सूचना मिलने के बाद संभागीय वन्यजीव बचाव दल हरकत में आ गया और 30 मिनट के भीतर स्थान पर पहुंच गया, तेंदुए को पकड़ने के लिए एक योजना तैयार की गई और मुख्य वन्यजीव वार्डन ने उसे बेहोश करने की अनुमति दे दी.''

घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली के वन मंत्री गोपाल राय ने कहा, ''कभी-कभी तेंदुए रिज (वन क्षेत्र) के हिस्सों से भटक कर रिहाइशी इलाकों में आ जाते हैं. मैंने अधिकारियों को स्थिति की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं.''

वन विभाग के कर्मियों के पहुंचने से पहले दिल्ली पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तेंदुए को सुबह करीब साढ़े आठ बजे से पूर्वाह्न 11.30 बजे तक कमरे में कैद रखा.

तेंदुआ जिस मकान में घुसा था, वह एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी का है और जब तेंदुआ वहां घुसा था तब उनके चार पोते-पोतियां एक कमरे में सो रहे थे. मकान के मालिक महेंद्र सिंह ने बताया, ''सुबह जब तेंदुआ घर में घुसा था, तब मेरी पुत्रवधुएं मंदिर गईं थीं. गनीमत रही कि जिस कमरे में बच्चे सो रहे थे, उन्होंने उस कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था.

वन अधिकारी ने कहा कि जिस कमरे में तेंदुए को बंद किया गया था, वह दूसरे कमरे में खुलता था, जिसके दोनों तरफ दो छोटे कमरे थे. अधिकारी ने बताया कि तेंदुएं को बेहोश करने के लिए कमरे के दोनों ओर पशु चिकित्सकों को तैनात किया गया था. जैसे ही कमरे के दरवाजे को खोला गया तो वह दूसरे कमरे में भाग गया, लेकिन पशु चिकित्सकों ने उसे सफलतापूर्वक बेहोश कर दिया.

अधिकारियों ने बताया कि तेंदुआ जगतपुर गांव में एक घर की छत से कूद कर समीप की इमारत में घुस गया, जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया. सोशल मीडिया पर उपलब्ध वीडियो में कुछ लोग तेंदुए का पीछा करते हुए और कुछ लोग दहशत के कारण भागते दिखाई दे रहे हैं.

दिल्ली अग्निशमन सेवा ने बताया कि उसे सुबह करीब छह बजकर 20 मिनट पर घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद दमकल की दो गाड़ियां वजीराबाद के जगतपुर गांव भेजी गईं. विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों की मदद से अधिकारियों ने तेंदुए को एक कमरे में बंद कर दिया.'' उन्होंने बताया कि घायलों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

एक निवासी ने कहा कि तेंदुए को पहली बार तड़के साढ़े चार बजे देखा गया था और सुबह सवा पांच बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को सूचना दी गई. उसने कहा कि तेंदुए ने 12 से अधिक लोगों पर हमला करने की कोशिश की थी. पुलिस उपायुक्त (उत्तर) एम के मीना ने बताया कि जगतपुर गांव के एक मकान में तेंदुआ घुसने की सूचना मिली थी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और वन विभाग के अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया.

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पुलिस ने बताया कि तेंदुए के हमले में आठ लोग घायल हो गए और उनमें से तीन की पहचान महेंद्र, आकाश और रामपाल के रूप में की गई है. पिछले साल एक दिसंबर को दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म में एक तेंदुआ देखा गया था. उसे आखिरी बार छह दिसंबर को देखा गया था और वन विभाग को ऐसा लगा था कि तेंदुआ असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में लौट गया है. इसके एक हफ्ते बाद, उत्तरी दिल्ली के अलीपुर में खाटूश्याम मंदिर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर कार की टक्कर लगने से एक तेंदुए की मौत हो गई थी.