राजस्थान के कोटा को इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग के लिए जाना जाता है. यह शहर पिछले कुछ दिनों से सुर्कियों में बना हुआ है. हालांकि, इस बार यह शहर कोचिंग करने आए स्टूडेंट्स के आत्महत्या करने के कारण नहीं बल्कि छात्रों के लापता होने की वजह से सुर्खियों में है. कोटा में पिछले एक हफ्ते में दो छात्रों के लापता होने की खबर आई थी. इसी बीच पुलिस को सोमवार को एक छात्र का शव मिल गया है लेकिन पुलिस अभी भी एक अन्य छात्र को खोजने में जुटी हुई है.
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला पियुष कासनिया पिछले एक सप्ताह से लापता है. छात्र के परिजन भी कोटा में उसकी तलाश कर रहे हैं. दरअसल, इंदिरा विहार क्षेत्र में हॉस्टल में रह रहा पियुष 13 फरवरी को बैग लेकर निकला था और सीधा कोटा रेलवे स्टेशन पहुंचा था. यहां उसने अपना बैग छोड़ दिया था और बाहर आकर एक ऑटो रिक्शा में बैठकर चला गया था. पुलिस को यह जानकारी सीसीटीवी फुटेज की मदद से प्राप्त हुई.
हालांकि, इसके बाद पियुष कहां गया इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है. पुलिस द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है. इतना ही नहीं कोटा पुलिस ने एक विशेष टीम का भी गठन किया है जो छात्र की तलाश तेजी से कर रही है. शहर की एसपी अमृता दुहन ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, पुलिस टीम को मामले से जुड़े अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही उन्हें छात्र को खोजने में सफलता हासिल होगी.
JEE कोचिंग छात्र का 9 दिन बाद मिला शव
वहीं, 9 दिन पहले लापता हुए छात्र का शव पुलिस को मुकुंदरा टाइगर रिजर्व की चंबल घाटी में मिला है. पुलिस को सोमवार को शव मिला. मामले पर सिटी एसपी अमृता दुहन ने बताया था कि 70 से अधिक पुलिस जवान सर्च ऑपरेशन में लगे हुए थे. पुलिस को चंबल नदी के पास छात्र का बैग और अन्य सामान मिला था. इसके बाद पुलिस ने 2 किलोमीटर के दायरे में सर्च ऑपरेशन चलाया था. पुलिस ने बताया कि उन्हें खाईनुमा जगह में पेड़ में फंसा हुआ छात्र का शव मिला है. मध्यप्रदेश के राजगढ़ का रहने वाला छात्र कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था.
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