नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फोबिया हो गया है। ये आरोप बीजेपी ने केजरीवाल के हमलों के जवाब में लगाया है। "ऑफिस ऑफ प्रॉफिट" बिल की नामंजूरी के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अरविंद केजरीवाल के निशाने पर हैं। इस बिल की नामंजूरी से 21 आप विधायकों की सदस्यता खत्म हो रही है। केजरीवाल ने इस पर बुधवार को एक प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा था, " मैं मोदीजी से हाथ जोड़कर अनुरोध करना चाहता हूं कि दिल्ली के लोगों के लिए मुश्किल न खड़ी करें। आपकी लड़ाई मुझसे है। मुझसे जितना बदला लेना चाहते हैं लीजिए, लेकिन दिल्ली में अच्छे काम रोकने की कोशिश मत कीजिए..."
ये केजरीवाल की निराशा बोल रही है : बीजेपी
अब बीजेपी ने कहा है कि ये केजरीवाल की निराशा बोल रही है। पार्टी के रमेश बिधूड़ी ने कहा, " अरविंद केजरीवाल को फोबिया हो गया है। ये उनकी निराशा बोल रही है। उन्होंने असंवैधानिक काम किया है। ये उनकी आदत है और वे हमेशा ऐसा करते हैं।" बीजेपी के दिल्ली विधायक विजेंद्र गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग करते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल जो कहना चाहते थे उन्होंने कह दिया है और अब वह प्रेस कॉन्फ्रेंस से भाग रहे हैं।
21 विधायकों को बचाने के लिए एक बिल पास किया था
दिल्ली सरकार ने पिछले साल ही अपने 21 विधायकों को बचाने के लिए एक बिल पास किया था जो उन्हें उस कानून से बचा लेगा जो चुने हुए सदस्यों को लाभ का पद लेने से रोकता है। केजरीवाल का तर्क है कि संसदीय सचिव कोई "लाभ का पद " नहीं है क्योंकि वे इसका कोई वेतन या लाभ नहीं ले रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस मांग कर रहे हैं कि आप विधायकों की सदस्यता खत्म कर उनकी सीटों पर चुनाव कराए जाएं। केजरीवाल ने कहा कि आप विधायक दिल्ली सरकार के "आंख, कान और हाथ हैं।"
पिछली सरकारों ने भी की हैं ऐसी नियुक्तियां: केजरीवाल
उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की पिछली सरकारों ने भी संसदीय सचिवों को नियुक्त किया है। "बीजेपी करे तो सही और अगर आप करे तो असंवैधानिक।" केजरीवाल ने कहा। उन्होंने कहा कि पिछली मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को नियुक्त किया था। उधर अजय माकन ने कहा है कि आप 21 संसदीय सचिवों को कैसे न्यायसंगत ठहरा सकती है। आम आदमी पार्टी को अपना नाम बदल कर खास आदमी पार्टी रख देना चाहिए।
ये केजरीवाल की निराशा बोल रही है : बीजेपी
अब बीजेपी ने कहा है कि ये केजरीवाल की निराशा बोल रही है। पार्टी के रमेश बिधूड़ी ने कहा, " अरविंद केजरीवाल को फोबिया हो गया है। ये उनकी निराशा बोल रही है। उन्होंने असंवैधानिक काम किया है। ये उनकी आदत है और वे हमेशा ऐसा करते हैं।" बीजेपी के दिल्ली विधायक विजेंद्र गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग करते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल जो कहना चाहते थे उन्होंने कह दिया है और अब वह प्रेस कॉन्फ्रेंस से भाग रहे हैं।
21 विधायकों को बचाने के लिए एक बिल पास किया था
दिल्ली सरकार ने पिछले साल ही अपने 21 विधायकों को बचाने के लिए एक बिल पास किया था जो उन्हें उस कानून से बचा लेगा जो चुने हुए सदस्यों को लाभ का पद लेने से रोकता है। केजरीवाल का तर्क है कि संसदीय सचिव कोई "लाभ का पद " नहीं है क्योंकि वे इसका कोई वेतन या लाभ नहीं ले रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस मांग कर रहे हैं कि आप विधायकों की सदस्यता खत्म कर उनकी सीटों पर चुनाव कराए जाएं। केजरीवाल ने कहा कि आप विधायक दिल्ली सरकार के "आंख, कान और हाथ हैं।"
पिछली सरकारों ने भी की हैं ऐसी नियुक्तियां: केजरीवाल
उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली की पिछली सरकारों ने भी संसदीय सचिवों को नियुक्त किया है। "बीजेपी करे तो सही और अगर आप करे तो असंवैधानिक।" केजरीवाल ने कहा। उन्होंने कहा कि पिछली मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन को नियुक्त किया था। उधर अजय माकन ने कहा है कि आप 21 संसदीय सचिवों को कैसे न्यायसंगत ठहरा सकती है। आम आदमी पार्टी को अपना नाम बदल कर खास आदमी पार्टी रख देना चाहिए।
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