- सिद्धारमैया की चार्टर्ड फ्लाइट और हेलिकॉप्टर यात्राओं पर ढाई वर्षों में 47 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए.
- वित्त वर्ष 2023-24 में CM और अधिकारियों की चार्टर्ड फ्लाइट यात्राओं पर 12.23 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
- वित्त वर्ष 2024-25 में चार्टर्ड फ्लाइट और हेलिकॉप्टर यात्राओं पर खर्च 21.11 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की चार्टर्ड फ्लाइट और हेलिकॉप्टर यात्राओं पर पिछले ढाई वर्षों में 47 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं. यह जानकारी विधान परिषद में पेश आधिकारिक दस्तावेजों में सामने आई है. यह विवरण BJP के MLC एन. रवि कुमार द्वारा पूछे गए सवाल पर पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) के बिल्डिंग्स डिविजन द्वारा दिए गए लिखित उत्तर में शामिल है.
सरकार की ओर से बताया गया कि यह पूरा खर्च सिर्फ मुख्यमंत्री के आधिकारिक दौरों पर हायर किए गए हेलिकॉप्टर और फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट का है.
2023-24 में 12.23 करोड़ खर्च
एनेक्सचर-1 के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023–24 में मुख्यमंत्री और उनके साथ चलने वाले अधिकारियों की चार्टर्ड फ्लाइट यात्राओं पर ₹12.23 करोड़ खर्च हुए. दस्तावेजों में बेंगलुरु के HAL एयरपोर्ट से मैसूरु, हुबली, बेलगावी, कलबुर्गी सहित कई जिलों के नियमित दौरे दर्ज हैं.
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2024-25 में खर्च बढ़कर 21.11 करोड़
अगले ही वर्ष, यानी 2024–25 में यह खर्च ₹21.11 करोड़ तक पहुंच गया. रिकॉर्ड्स दिखाते हैं कि 2024 की शुरुआत में मुख्यमंत्री की मल्टी-सेक्टर यात्रा कार्यक्रमों में काफी तेजी रही. उडुपी, चित्रदुर्ग, हावेरी, बीदर, कलबुर्गी. इन जिलों के हेलिकॉप्टर सफर के अलावा चेन्नई, हैदराबाद और अन्य बड़े शहरों के लिए भी कई चार्टर्ड फिक्स्ड-विंग फ्लाइट्स ली गईं.
अक्टूबर-नवंबर 2025 में फिर 14.03 करोड़ का बिल
दूसरे एनेक्सचर में अक्टूबर 2025 से नवंबर 2025 के बीच के मात्र दो महीनों का खर्च ₹14.03 करोड़ दिखाया गया है.
कई एंट्री 'CM and others Aircraft sector' के तौर पर दर्ज हैं, जिसका मतलब है कि CM के साथ जाने वाले अधिकारी और डेलीगेशन भी उन्हीं चार्टर्ड एयरक्राफ्ट का उपयोग करते थे.
राजनीतिक विवाद के आसार
इन आंकड़ों के सार्वजनिक होने के बाद कर्नाटक की राजनीति में नया विवाद खड़ा होने की पूरी संभावना है. BJP पहले से ही सरकार पर VIP खर्चों को लेकर हमलावर है और अब यह नया आंकड़ा विपक्ष को और मजबूत मुद्दा देगा.
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