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जज पर रेणुका का नोटिस, सभापति धनखड़ की ना और नड्डा... जानें आज राज्यसभा में क्यों हुआ पारा हाई

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पिछले कई दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में ठंडी हवाएं चल रही हैं. हालांकि देश की संसद में माहौल गर्म है. जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर गुरुवार को भी सदन में हंगामा देखने को मिला.

जज पर रेणुका का नोटिस, सभापति धनखड़ की ना और नड्डा... जानें आज राज्यसभा में क्यों हुआ पारा हाई
नई दिल्ली:

देश के अधिकतर हिस्सों में जहां एक तरफ शीत लहर ने दस्तक दे दी है. वहीं दूसरी तरफ देश की संसद में गर्माहट देखने को मिल रही है. सदन में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. जॉर्ज सोरोस (George Soros) के मुद्दे को लेकर गुरुवार को एक बार फिर संसद में हंगामा देखने को मिला. राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उनके पास नियम 267 के तहत 6 नोटिस आए हैं. एक के अलावा सभी पर मैं अपनी रूलिंग दे चुका हूं.एक नोटिस सांसद रेणुका चौधरी की तरफ से आया है. इसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज के कथित बयान पर चर्चा की मांग की गई है. सभापति ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 121 के मुताबिक संसद में किसी भी हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के अपने कर्तव्यों के निर्वहन में आचरण पर चर्चा नहीं की जा सकती. उन्होंने नियम 238 का भी हवाला देते हुए रेणुका चौधरी से कहा कि नोटिस पर चर्चा नहीं हो सकती. उन्होंने नोटिस को नियमों का उल्लंघन बताया.

विपक्षी सांसद सभापति के जवाब पर शांत नहीं हुए. धनखड़ ने विपक्षी सांसदों को समझाते हुए कहा, 'मुझ पर दबाव न डालें. जो नियम आपने बनाए हैं, उसका पालन करना चाहिए. ' नेता प्रतिपक्ष ने इस पर कहा कि आसन पर सवाल नहीं उठाया जा सकता. उनकी रूलिंग पर तो सवाल उठाया जा सकता है, हालांकि आलोचना की जा सकती है. इस पर विपक्षी सदस्यों ने खूब शोर शराबा किया. सभापति इस हंगामे पर संजय सिंह पर भड़क गए. वह आप सांसद से लगातार सीट पर बैठने को बोलते रहे.

स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने क्या कहा? 
राज्यसभा में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जॉर्ज सोरोस की कठपुतली बन गए हैं.  उन्होंने कहा कि जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. जोरदार हंगामे की वजह से उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. सदन में सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने संबंधी प्रस्ताव वाले नोटिस को लेकर भी हंगामा देखने को मिला. 

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रेस कांफ्रेस कर के चेयर पर सवाल उठाए, ये बहुत आपत्तिजनक है, इसकी जितनी भर्त्सना की जाए वो कम है. जैसा मैंने कहा कि उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि उन्हें मौका नहीं मिलता, आपको एक बार नहीं कई बार चैंबर में बुलाया गया है.

- जेपी नड्डा

संसद के बाहर जेपी नड्डा ने कहा कि जॉर्ज सोरोस जैसा शख्स देश को मुश्किल में डालना चाहता है. लेकिन कांग्रेस उसकी मदद करती है. देश ये जानना चाहता है कि सोनिया गांधी का उसके साथ क्या रिश्ता है उसे देश जानना चाहता है. कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को भटकाने के लिए सदन में हंगामा करती है. 

इतिहास कभी माफ नहीं करेगा: सिब्बल
विपक्ष द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने की मांग किए जाने के बीच राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने बृहस्पतिवार को कहा कि इतिहास उन लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जिन्होंने सदन की कार्यवाही में समान अवसर नहीं दिया. कांग्रेस की अगुवाई में पहली बार विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के घटक दलों ने मंगलवार को राज्यसभा में धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एक नोटिस पेश किया. नोटिस में धनखड़ पर संसद के उच्च सदन के सभापति के रूप में अपनी भूमिका में ‘‘अत्यंत पक्षपाती'' होने का आरोप लगाया गया है.

सिब्बल ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जगदीप धनखड़. राज्यसभा के 60 सदस्यों ने उन्हें हटाने के लिए नोटिस दिया. अभूतपूर्व. लोकतंत्र की जननी के लिए दुखद दिन.'' राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘इतिहास उन लोगों को कभी माफ नहीं करेगा जिन्होंने सदन के कामकाज में समान अवसर नहीं दिया.'' अगर धनखड़ को हटाने की मांग वाला प्रस्ताव लाया जाता है, तो विपक्षी दलों को इसे पारित कराने के लिए बहुमत की आवश्यकता होगी, लेकिन 243 सदस्यीय सदन में उनके पास अपेक्षित संख्या नहीं है. हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने जोर देकर कहा है कि यह ‘‘संसदीय लोकतंत्र के लिए लड़ने का एक मजबूत संदेश'' है.

विपक्षी दलों ने कहा कि राज्यसभा के सभापति की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और उनसे गैर-पक्षपाती आचरण की अपेक्षा की जाती है, लेकिन इसके बजाय उन्होंने ‘‘अपने वर्तमान पद की प्रतिष्ठा को घटाकर इसे सिर्फ वर्तमान सरकार के प्रवक्ता तक सीमित कर दिया है.'' विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता जयराम रमेश और नसीर हुसैन ने मंगलवार को कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), तृणमूल कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), आम आदमी पार्टी (आप), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), समाजवादी पार्टी (सपा) सहित 60 विपक्षी सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस राज्यसभा के महासचिव पी़. सी. मोदी को सौंपा.

सरकार हठधर्मिता नहीं त्याग रही: मनोज झा

संसदीय लोकतंत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष मिलकर संसद को चलाते हैं...हमें प्रतिदिन यहां प्रतिरोध करना पड़ता है क्योंकि सरकार हठधर्मिता नहीं  त्याग रही है और हम हठधर्मिता का प्रतिरोध नहीं त्याग रहे हैं...

राजद सांसद मनोज झा

विपक्ष मुझे अपनी बात को रखने नहीं दे रही है: लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, "...शून्यकाल एक सांसद का अधिकार है और 4 दिन से लगातार मुझे शून्यकाल मिल रहा है लेकिन विपक्ष मुझे बोलने की इजाजत नहीं दे रहा है। शायद आज मैं बोलूंगा…"

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