झारखंड में अपनी घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने के आरोप में गिरफ्तार झारखंड भाजपा की निलंबित महिला नेता सीमा पात्रा का पर्दाफाश तब हुआ जब उनके बेटे ने एक दोस्त को सूचना दी और वो इसकी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचा. विवेक आनंद बस्के सीमा पात्रा के बेटे का दोस्त है और उसने एनडीटीवी के साथ बात करते हुए बताया कि एक दिन उसके दोस्त (सीमा पात्रा का बेटा) आयुष्मान पत्रा ने उसे फोन कर कहा कि इस लड़की की जान बचा लो. हालांकि उसी समय सीमा पात्रा ने कहा कि उसके बेटे की मानसिक हालत ठीक नहीं है. उसने पूरे मामले को गलत बताया लेकिन मैंने नैतिक कर्तव्य समझते हुए मामले की शिकायत की.
विवेक बस्के ने कहा कि 2 अगस्त की आधी रात के करीब 1:15 बजे आयुष्मान पात्रा ने मुझे फोन किया और कहा कि बस्के कृपया इस लड़की को बचा लो. साथ ही उसने कहा कि सीमा पात्रा उसके साथ भयानक मारपीट कर रही है. फोन कॉल के समय उसकी आवाज काफी ऊंची थी. उसी समय उसकी मां सीमा पात्रा ने भी मुझे कॉल किया और कहा कि उसका बेटा सही मानसिक हालत में नहीं है. आपको कुछ करने की जरुरत नहीं है.
शख्स ने कहा कि जब वो उनके घर पहुंचा तो बस्के ने कहा कि उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं है. सीमा पात्रा ने बस्के के साथ किसी भी तरह की बातचीत से इनकार कर दिया.बास्के ने कहा कि ऐसे हालत में "एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, उस महिला को बचाना मेरा नैतिक कर्तव्य था और मैंने वही किया."सीमा पात्रा के बेटे ने आयुष्मान को व्हाट्सएप पर तस्वीरें भी साझा कीं, जिसने बास्के को पुलिस तक जाने के लिए मजबूर कर दिया.
बताते चलें कि झारखंड के गुमला की रहने वाली 29 वर्षीय पीड़िता करीब 10 साल से पात्रा के परिवार के लिए काम कर रही थी. सीमा पात्रा के बेटे ने पीड़िता को उसके चंगुल से छुड़वाने में मदद की. फिलहाल रांची के रिम्स में पीड़िता का इलाज चल रहा है. सीमा पात्रा BJP राष्ट्रीय महिला मोर्चा कार्यसमिति के साथ-साथ प्रदेश BJP कार्यसमिति की सदस्य भी रहीं हैं.
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