
- भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए दिल्ली में नई वार्ता
- अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच और मुख्य भारतीय वार्ताकार राजेश अग्रवाल की बंद कमरे में बातचीत
- बातचीत का मुख्य फोकस व्यापार बढ़ाने, बाजार पहुंच सुधारने, टैरिफ कम करने और सप्लाई चेन एकीकरण पर केंद्रित
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement या BTA) को पूरा करने के लिए कोशिशें फिर से शुरू हो गई हैं. अमेरिका के मुख्य व्यापार वार्ताकार ब्रेंडन लिंच द्विपक्षीय व्यापार वार्ता पर बातचीत के लिए भारत में हैं और मुख्य भारतीय वार्ताकार राजेश अग्रवाल के साथ बंद कमरे में उनकी बातचीत शुरू हो गई है. आज यानी मंगलवार, 16 सितंबर को व्यापार वार्ता के संबंध में दोनों के बीच एक-दिवसीय बातचीत होगी.
लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल सोमवार की रात भारत पहुंची. लिंच अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि (दक्षिण एवं पश्चिम एशिया) हैं.
बंद कमरे में हो रही बातचीत
ट्रंप प्रशासन के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच मंगलवार को मुख्य भारतीय वार्ताकार राजेश अग्रवाल के साथ बंद कमरे में बातचीत कर रहे हैं. इस व्यापार वार्ता का व्यापक फोकस माल और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने, बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने और आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) एकीकरण को गहरा करने के लिए आवश्यक नए कदमों पर केंद्रित होगा.
#IndiaUSTradeDeal | डॉ. अरविंद विरमानी ने कहा- 'भारत-अमेरिका ट्रेड डील से भारत बनेगा ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब'#India | #USA | @himanshusm pic.twitter.com/BFiXnn7b3i
— NDTV India (@ndtvindia) September 13, 2025
सरकारी सूत्रों का कहना है, आज की बातचीत से आने वाले हफ्तों में भारत-अमेरिका वार्ता के छठे दौर के लिए जमीन तैयार होने की उम्मीद है. बैठक के बाद तत्काल कोई बड़ी घोषणा की संभावना नहीं है. गौरतलब है कि प्रस्तावित व्यापार समझौते पर दोनों देशों के बीच अबतक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है. वार्ता का छठा दौर 25-29 अगस्त के बीच होना था लेकिन अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद इसे टाल दिया गया था.
पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement) के पहले चरण की समय सीमा अक्टूबर/नवम्बर, 2025 (fall of 2025) है. राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए एक नया लक्ष्य निर्धारित किया है - "मिशन 500" - जिसका लक्ष्य 2030 तक भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है. अभी दोनों देशों के बीच कुल व्यापार करीब 190 बिलियन डॉलर है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा शाम को एक प्रेस नोट जारी किया जा सकता है.
(इनपुट- आदित्य राज कौल)
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