प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने सोमवार को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने एक स्मारक डाक टिकट 'सुरक्षित जाएं, प्रशिक्षित जाएं' जारी किया और 'आजादी का अमृत महोत्सव' विषय पर पहली बार डिजिटल प्रवासी भारतीय दिवस प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया. करीब 70 देशों के 3,500 से अधिक सदस्य इस बार इंदौर में हो रहे प्रवासी भारतीय दिवस में शामिल हो रहे हैं. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, "भारत में स्किल कैपिटल बनने का सामर्थ्य है. यह दुनिया के विकास का इंजन बन सकता है. भारत के पास सक्षम युवाओं की बड़ी तादाद है. हमारे युवाओं के पास स्किल भी है, वैल्यूज भी हैं. काम करने के लिए जरूरी जज्बा और ईमानदारी भी है." सम्मेलन में आए, युवाओं ने कहा वो नये भारत की तस्वीर देख रहे हैं."
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भारत की आर्थिक तरक्की के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी कहा है कि भारत 6.8% पर विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है. पिछले साल भारत जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया है. भारत में साल 2022 में कुल 42.5 लाख नई गाड़ियां बिकी है.यूपीआई लेनदेन 2021 से दोगुना हो गया है और देश में डिजिटल लेनदेन का 40% हिस्सा है. 2022 में देश में 21 नए यूनिकॉर्न बने जो चीन से 3 गुना अधिक है. इंदौर में निवेश नोएडा और सूरत जैसे टियर 2 शहरों की तुलना में 14% अधिक वार्षिक दर से बढ़ रहा है."
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "प्रधानमंत्री जी ने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का मंत्र दिया तो हमने भी इसके लिये मध्यप्रदेश को 550 बिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का रोडमैप तैयार कर लिया. 100 साल पहले एक नरेंद्र ( आशय स्वामी विवेकानंद से) ने कहा था कि महानिशा का अंत निकट है. अंधे देख नहीं सकते, बहरे सुन नहीं सकते लेकिन मैं देख सकता हूँ कि भारत माता विश्वगुरु के पद पर आसीन हो रही है. एक नरेंद्र ने कहा था, और आज दूसरे नरेंद्र के नेतृत्व में यह साकार हो रहा है. हालांकि कांग्रेस इस पर सवाल उठा रही है.
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक उतार-चढ़ाव में भी थोड़ी स्थिर रहेगी क्योंकि भारत का एक बड़ा घरेलू बाजार है और अपेक्षाकृत कम अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रवाह के संपर्क में है. और प्रवासी भारतीय दिवस जैसे आयोजन अंतर को पाटने में मदद करते है.यह देश के तेजी से विकास के लिए प्रवासी भारतीय समुदाय को सरकार और देश के लोगों के साथ जुड़ने के लिए मंच प्रदान करते हैं.
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