जोधपुर:
एक नाबालिग के यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे प्रवचन देने वाले आसाराम यदि शुक्रवार को जोधपुर पुलिस के सामने पेश नहीं होते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
जोधपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने संवाददाताओं से कहा, हम उन्हें जारी समन की अंतिम समय सीमा के आधार पर 30 अगस्त तक इंतजार करेंगे और यदि वह तब तक पेश नहीं होते हैं, तो हम 31 अगस्त को उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक दल भेजेंगे।
72-वर्षीय आसाराम ने जोधपुर में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि 19 सितंबर तक उनके कई पूर्व निर्धारित धार्मिक कार्यक्रम हैं। पुलिस उपायुक्त अजय पॉल लाम्बा ने बुधवार को कहा था कि पुलिस 30 अगस्त तक इंतजार करेगी और यदि आसाराम पूछताछ के लिए उनके सामने पेश नहीं होते हैं, तो आगे की कार्रवाई उसी दिन तय की जाएगी।
इस बीच, अन्य आरोपियों शिल्पी (गुरुकुल में छात्रावास की वार्डन), केशव (गुरुकुल का प्रबंधक) और शिव (आसाराम का सहायक) आज पूछताछ के लिए जांच अधिकारी के समक्ष पेश होंगे।
डीसीपी ने बताया कि पीड़िता के आरोप के अनुसार शिल्पी और केशव ने बुरी आत्माओं को दूर करने के अनुष्ठान के लिए 16-वर्षीय लड़की को जोधपुर भेजा था। इस अनुष्ठान के लिए आसाराम 15 अगस्त की रात नाबालिग के साथ कमरे में अकेले रहना चाहते थे। शिव ने लड़की को धमकी देते हुए कहा था कि वह इस घटना के बारे में किसी से खुलासा न करे। इस बीच, आसाराम के बेटे नारायण साई ने दावा किया कि आरोप लगाने वाली लड़की 'मानसिक रूप से असंतुलित' है।
जोधपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने संवाददाताओं से कहा, हम उन्हें जारी समन की अंतिम समय सीमा के आधार पर 30 अगस्त तक इंतजार करेंगे और यदि वह तब तक पेश नहीं होते हैं, तो हम 31 अगस्त को उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक दल भेजेंगे।
72-वर्षीय आसाराम ने जोधपुर में मामले के जांच अधिकारी के सामने पेश होने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि 19 सितंबर तक उनके कई पूर्व निर्धारित धार्मिक कार्यक्रम हैं। पुलिस उपायुक्त अजय पॉल लाम्बा ने बुधवार को कहा था कि पुलिस 30 अगस्त तक इंतजार करेगी और यदि आसाराम पूछताछ के लिए उनके सामने पेश नहीं होते हैं, तो आगे की कार्रवाई उसी दिन तय की जाएगी।
इस बीच, अन्य आरोपियों शिल्पी (गुरुकुल में छात्रावास की वार्डन), केशव (गुरुकुल का प्रबंधक) और शिव (आसाराम का सहायक) आज पूछताछ के लिए जांच अधिकारी के समक्ष पेश होंगे।
डीसीपी ने बताया कि पीड़िता के आरोप के अनुसार शिल्पी और केशव ने बुरी आत्माओं को दूर करने के अनुष्ठान के लिए 16-वर्षीय लड़की को जोधपुर भेजा था। इस अनुष्ठान के लिए आसाराम 15 अगस्त की रात नाबालिग के साथ कमरे में अकेले रहना चाहते थे। शिव ने लड़की को धमकी देते हुए कहा था कि वह इस घटना के बारे में किसी से खुलासा न करे। इस बीच, आसाराम के बेटे नारायण साई ने दावा किया कि आरोप लगाने वाली लड़की 'मानसिक रूप से असंतुलित' है।
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