असम की डिब्रूगढ़ जेल के आइसोलेटेड सेल में बंद अमृतपाल से IB और RAW करेगी पूछताछ

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि असम पुलिस को डिब्रूगढ़ जेल समेत उसके आसपास की सुरक्षा को और पुख्ता करने को कहा गया है. साथ ही जेल में कैदियों से मिलने आने वाले लोगों की भी सही से जांच करने और उनका ब्योरा रखने के निर्देश दिए गए हैं.

नई दिल्ली:

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के बाद असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है. इस जेल में अमृतपाल को एक आइसोलेटेड सेल में रखा गया है. अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद अब देश की प्रमुख एजेंसियां उससे पूछताछ करने की तैयारी में है. मिल रही जानकारी के अनुसार इंटेलिजेंस ब्यूरो और रिसर्च एंड एनालिटिकल विंग (RAW) जल्द ही अमृतपाल से पूछताछ कर सकती है. 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल को डिब्रूगढ़ की जेल में एक अलग सेल में रखा गया है. इसी जेल में अमृतपाल के कुछ अन्य साथियों को भी रखा गया है. अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल से आईबी, रॉ समेत देश की कई एजेंसियां पूछताछ कर सकती हैं. इस पूछताछ के दौरान उन लोगों को मिलने वाली फंडिंग और उनके समर्थकों के बारे में भी सवाल पूछा जा सकता है.  

जेल की सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी

उन्होंने ने बताया कि असम पुलिस को डिब्रूगढ़ जेल समेत आसपास की सुरक्षा को और पुख्ता करने को कहा गया है. साथ ही जेल में कैदियों से मिलने आने वाले लोगों की भी सही से जांच करने और उनका ब्योरा रखने के निर्देश दिए गए हैं. इन सबके अलावा अगर जरूरत महसूस हुई तो सीएपीएफ के जवानों की भी तैनाती की जा सकती है. 

पंजाब में शांति बनाए रखने की अपील

गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की गिरफ्तारी पर पंजाब पुलिस (Punjab Police) के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि अमृतपाल के खिलाफ NSA के तहत वारंट जारी हुए थे. इसके बाद उसकी गिरफ़्तारी NSA के तहत की गई है. आईजी ने कहा कि हमने ऑपरेशन चलाकर सुबह 6:45 बजे अमृतपाल सिंह को गिरफ़्तार किया. इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पंजाब के लोगों ने शांति, क़ानून व्यवस्था (Law and order) बनाए रखी, जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं. इसके साथ ही आईजी ने अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद भी पंजाब के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. 

अमृतपाल पर दर्ज हैं ये मामले

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बता दें कि अमृतपाल पर एनएसए के तहत मामला दर्ज है. इससे अतिरिक्त उसके खिलाफ हत्या, अपहरण समेत कई केस हैं. दो मामले अमृतसर के अजनाला थाने में हैं. दरअसल, पुलिस ने अमृतपाल के एक करीबी लवप्रीत सिंह तूफान को गिफ्तार कर लिया था. इससे नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर हथियारों के साथ अजनाला थाने पर हमला कर दिया.  पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड लगाया था, लेकिन अमृतपाल के समर्थक उसे तोड़कर अंदर घुस गए और अपने साथी को छुड़ा लिया. इस दौरान छह पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे. इसी घटना के बाद वो पुलिस की रडार पर आ गया था.