विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अकबरुद्दीन ओवैसी (Akbaruddin Owaisi) की नियुक्ति पर विरोध के बीच, तेलंगाना के मंत्री और कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी (Uttam Kumar Reddy) ने शनिवार को कहा कि "यह एक सामान्य प्रक्रिया है और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वही किया जो करना सही था''
उन्होंने एएनआई को बताया, ''विधानसभा में वरिष्ठता के आधार पर, मुझे प्रोटेम स्पीकर होना चाहिए था, जो कांग्रेस पार्टी का सबसे वरिष्ठ विधायक है, लेकिन चूंकि मैंने मंत्री के रूप में शपथ ली है, इसलिए प्रक्रिया ने मुझे प्रोटेम स्पीकर बनने की अनुमति नहीं दी. तो फिर हमने अन्य 6-टर्म विधायकों, सबसे वरिष्ठ विधायकों को देखा. सभी पार्टियों में अकबरुद्दीन औवेसी (Akbaruddin Owaisi) सबसे वरिष्ठ विधायक हैं. इसलिए यह एक सामान्य प्रक्रिया है,"
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इसके अलावा, रेड्डी ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) विधायक की नियुक्ति का बचाव करते हुए कहा कि यह पिछली बीआरएस सरकार के दौरान भी पालन की जाने वाली एक सामान्य प्रक्रिया थी. उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि जो सही था उसके आधार पर निर्णय लिया गया, किसी एक्सटर्नल फैक्टर के कारण ऐसा नहीं किया गया.
तेलंगाना के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि पिछली बार जब बीआरएस सरकार थी, तो उनके पास प्रोटेम स्पीकर के रूप में AIMIM विधायक थे. इसका किसी और चीज़ से कोई लेना-देना नहीं है. हमने वही किया जो करना सही था. मैं एआईएमआईएम के साथ भविष्य के समीकरण पर टिप्पणी नहीं कर सकता.
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इस बीच, विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अकबरुद्दीन ओवैसी की नियुक्ति पर आपत्ति जताते हुए, तेलंगाना बीजेपी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि बीजेपी ने शपथ का बहिष्कार करने का फैसला किया है. बीजेपी ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में विधानसभा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. जी किशन रेड्डी ने आगे कहा कि बीजेपी प्रोटेम स्पीकर के मुद्दे पर राज्यपाल के पास जाएगी.