नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत व्यर्थ नहीं जाएगी और सरकार महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के हरसंभव प्रयास करती रहेगी।
दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, "हम सभी को यह निश्चय करते हुए उसे श्रद्धांजलि देनी चाहिए कि हम उसकी मौत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उसका साहस और जीवन के लिए उत्साह हमें हमेशा प्रेरणा प्रदान करेगा।"
एनडीटीवी द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में सिह ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, "देश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए भी हमारे पास बहुत अच्छा अवसर है।"
इस सम्मान समारोह में पीड़िता के माता-पिता और मित्र भी मौजूद थे। घटना के दौरान पीड़िता के मित्र पर भी हमला किया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करती रहेगी।
पिछले वर्ष 16 दिसंबर को दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ पांच व्यक्तियों और एक नाबालिग लड़के ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। सामूहिक दुष्कर्म और मारपीट के कारण पीड़िता की दो सप्ताह बाद सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई। पीड़िता को उपचार के लिए सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
सरकार ने एक दुष्कर्मरोधी कानून का निर्माण किया है, जिसमें दुष्कर्म के दुर्लभतम मामले, जिसमें पीड़िता की मौत हो जाए, में आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।
दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, "हम सभी को यह निश्चय करते हुए उसे श्रद्धांजलि देनी चाहिए कि हम उसकी मौत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उसका साहस और जीवन के लिए उत्साह हमें हमेशा प्रेरणा प्रदान करेगा।"
एनडीटीवी द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में सिह ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, "देश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए भी हमारे पास बहुत अच्छा अवसर है।"
इस सम्मान समारोह में पीड़िता के माता-पिता और मित्र भी मौजूद थे। घटना के दौरान पीड़िता के मित्र पर भी हमला किया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करती रहेगी।
पिछले वर्ष 16 दिसंबर को दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ पांच व्यक्तियों और एक नाबालिग लड़के ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। सामूहिक दुष्कर्म और मारपीट के कारण पीड़िता की दो सप्ताह बाद सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई। पीड़िता को उपचार के लिए सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
सरकार ने एक दुष्कर्मरोधी कानून का निर्माण किया है, जिसमें दुष्कर्म के दुर्लभतम मामले, जिसमें पीड़िता की मौत हो जाए, में आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।
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