
- भारत में कुल मौतों में से लगभग एक तिहाई मौतें हार्ट अटैक के कारण हो रही हैं
- गैर-संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों का प्रतिशत 56.7% है, जो अन्य सभी कारणों से अधिक है
- कैंसर से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है, हाल ही में इसे लेकर रिपोर्ट आई थी
पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. हर दूसरे दिन ऐसे कई वीडियो सामने आते हैं, जिनमें कोई बच्चा, बुजुर्ग या फिर जिम करता हुए नौजवान को अचानक हार्ट अटैक आता है और उसकी मौत हो जाती है. हाल ही में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 10 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जिसके बाद हर कोई खौफ में है. इसे लेकर अब एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि भारत में होने वाली कुल मौतों में एक तिहाई मौतें हार्ट अटैक से हो रही हैं. यानी दिल की बीमारी से देश में सबसे ज्यादा लोग परेशान हैं और ये लगातार जानलेवा होती जा रही है.
इस तरह की बीमारी सबसे जानलेवा
भारत के रजिस्ट्रार जनरल की तरफ से सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (SRS) के तहत जारी की गई रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट से पता चला है कि गैर-संक्रामक रोग (एनसीडी) मौत का सबसे बड़ा कारण हैं, इनसे कुल 56.7% मौतें होती हैं. वहीं बाकी बीमारियों से 23.4% मौतें हो रही हैं.
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किन बीमारियों से हो रही कितनी मौतें?
- भारत में हार्ट अटैक से 31% मौतें हो रही हैं, यही वजह है कि इससे निपटना देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.
- सांस की संक्रमण वाली बीमारियों से (Respiratory infections) 9.3% लोगों की मौत हो रही है.
- ट्यूमर जैसी बीमारियां 6.4% लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है.
- पुरानी सांस संबंधी बीमारियों (Chronic respiratory diseases) से 5.7% मौतें दर्ज की गईं.
- पाचन संबंधी बीमारियों से 5.3% मौतें हुई हैं.
- बुखार जैसी बीमारी से 4.9% मौतें दर्ज हुई हैं.
- डायबिटीज मेलेटस से 3.5% मौतें हुई हैं.
- मूत्र-जननांग से जुड़ी बीमारियों के चलते 3% मौतों का आंकड़ा सामने आया है.
हार्ट अटैक का क्या है कारण?
पिछले कुछ सालों से हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं, कुछ रिपोर्ट्स में इसके लिए कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार बताया गया, लेकिन सरकारी एजेंसियों ने इसे खारिज किया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि लाइफस्टाइल में लगातार हो रहे बदलाव और गलत खानपान के चलते ऐसे केस सामने आ रहे हैं.
कैंसर से भी हो रही हैं मौतें
National Cancer Registry Programme Investigator Group की हालिया स्टडी के मुताबिक साल 2015 से 2019 के बीच 7.08 लाख कैंसर मामले सामने आए औ इससे 2.06 लाख लोगों की मौत हुई. इस रिपोर्ट में बताया गया कि पूर्वोत्तर भारत के राज्यों से सबसे ज्यादा कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं.
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