सरकार की नई अग्निपथ योजना के तहत कानपुर में सेना में भर्ती होने के लिए 3000 से अधिक युवा रात भर से कतार में खड़े रहे. योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन अब नहीं हो रहे हैं और सेना में भर्ती शुरू हो गई है. एनडीटीवी ने उत्तर प्रदेश में अग्निवीर योजना के तहत भर्ती के दौरान 12 घंटे बिताए.
युवाओं को भले ही खुले आसमान के नीचे सोना पड़ा लेकिन इसके बावजूद उनके जोश में कहीं भी कमी नहीं आई. वे भारत माता की जय के नारे लगाते हुए मिले.
अग्निवीर योजना के तहत 40 हजार सैनिकों की भर्ती होनी है और इसके लिए 35 लाख युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसका अर्थ है कि प्रत्येक 19 युवाओं में से एक युवक सेना में भर्ती होगा.
गत जून माह में अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हुए थे. योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करते हुए लोगों ने सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया था. वे अग्निपथ योजना को वापस लेने और पुरानी प्रक्रिया के तहत भर्ती करने की मांग कर रहे थे. हालांकि सरकार ने आयु सीमा में इस बार छूट दे दी पर योजना को वापस लेने की मांग नहीं मानी. अब अग्निवीर योजना के तहत भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
एनडीटीवी ने जब कुछ युवकों से पूछा कि आप सेना में क्यों भर्ती होना चाहते हैं तो सभी का एक ही उत्तर था- देश की सेवा के लिए. कुछ युवकों ने कहा कि बचपन से फौज में भर्ती होने की इच्छा थी.
अग्निवीर योजना के तहत सिर्फ चार साल के लिए भर्ती होगी, फिर चुनिंदा लोग ही आगे सेवा में बने रहेंगे. इसके बारे में पूछने पर युवकों ने कहा कि वे इससे खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे मजबूरी में इस योजना के जरिए भर्ती हो रहे हैं. पहले तो चार साल की ट्रेनिंग ही होती थी, अब पूरी सेवा चार साल होगी. मजबूरी में भर्ती होने के लिए आए हैं. घर में माता-पिता से पैसे कैसे मांगें? बेरोजगारी की समस्या है, कोई विकल्प नहीं हैं.
अग्निवीर भर्ती के लिए पहले इनीशियल स्क्रीनिंग हो रही है. इसमें दस्तावेजों की जांच भी होगी. इसके बाद आगे की परीक्षाएं होंगी और फिर अंतिम रूप से चुने हुए युवा सैनिक के रूप में सेना में भर्ती हो जाएंगे.
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