
Yuva Shakti Gifted House: मध्य प्रदेश के उज्जैन में युवाओं ने एक शहीद सैनिक के परिवार के लिए वो कर दिखलाया, जो शासन-प्रशानस और सरकारें मिलकर 19 सालों में नहीं कर पाई. बात उज्जैन के उन युवाओं की हो रही है, जिन्होंने 19 सालों से एक अदद मकान की बाट जोह रहे शहीद परिवार मकान की चाबी सौंपी तो उनकी आंखें भर आईं.
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साल 2006 में लद्दाख में शहीद हुए थे गजेंद्र राव सुर्वे
गौरतलब है 2 फरवरी 2006 में विनोद मिल की चाल निवासी गजेंद्र राव सुर्वे लद्दाख में शहीद हुए थे, जिसके बाद से उनके माता -पिता आर्थिक तंगी के कारण चाल में ही रह रहे थे. युवाओं द्वारा संचालित समरसता मिशन संस्था को जब शहीद परिवार की दुर्दशा का पता लगा तो जनसहयोग से 21 लाख रुपए जुटाकर मकान बनाया और परिवार को गिफ्ट कर दिया.
आजादी पर्व की पूर्व संथ्या पर संस्था ने सौंपी चाबी
रिपोर्ट के मुताबिक समरसता मिशन संस्था ने आगर रोड़ स्थित सरस्वती नगर में शहीद परिवार के लिए 'राष्ट्र शक्ति मंदिर' नामक सर्व सुविधा युक्त आवास बनाया है और 79वीं स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मकान का चाबी शहीद परिवार को सौंप दिया. शहीद परिवार के गृह प्रवेश कार्यक्रम में वीर सैनिक का परिवार एवं सैन्य अधिकारी शामिल हुए.
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युवाओं के प्रयासों से तैयार हुआ राष्ट्र शक्ति मंदिर
शहीद समरसता मिशन के कार्यकर्ता मोहन नारायण ने बताया कि शहीद सुर्वे के बलिदान के बाद से ही वीर परिवार आर्थिक तंगी के कारण असुविधाओं में जीवन गुजार रहा था. इसलिए जनसहयोग से रुपए इकठ्ठा कर राष्ट्र शक्ति मंदिर स्वरूप आवास का निर्माण कराया गया, जहां शहीद सुर्वे की जल्द ही एक प्रतिमा भी लगाई जाएगी.

संस्था ने शहीद परिवार को मकान की चाबी सौंपकर कराया गृह प्रवेश
शहीद सुर्व के नारे से गूंजायमाना हुआ आसमान
शहीद सुर्वे की वीर मां कल्पना सुर्वे ने बताया कि बेटे के वीरगति को प्राप्त होने के बाद शासन-प्रशासन ने कई उम्मीदें बंधाई, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली. उन्होंने बताया कि उनके पास न जमीन थी, न इतने पैसे नहीं थे कि घर बना सकें! लेकिन शहीद समरसता मिशन ने वो कर दिखाया, जो 19 सालों में शासन-प्रशासन, नेता, मंत्री, अधिकारी मिलकर नहीं कर पाए.
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अब तक 32 शहीद परिवार को घर दे चुकी है संस्था
उल्लेखनीय है शहीद परिवार को उपहार में मकान सौंपने वाली संस्था अब तक 32 शहीद परिवारों घर दिलवा चुकी है. संस्था साल 2006 में लद्दाख में शहीद गजेंद्र राव सुर्वे की मूर्ति उपहार में दिए मकान में लगाएगी. संस्था शहीद की आदमकद मूर्ति बनाने का ऑर्डर दे चुकी है और डिलीवर होने के बाद मूर्ति मकान में स्थापित की जाएगी.
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