
कहानी एक दादी और पोती की जो एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिता रही थी. दादी अपने हाथों से पोती को खाना खिला रही थी. तो पोती भी बड़े प्यार से अपनी दादी को खाना खिला रही थी. कुछ घंटों बाद इनके साथ जो कुछ हुआ उसकी कल्पना शायद ही किसी न की होगी. ये कहानी बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास की कैंटीन में काम करने वाली सरला बेन और उनकी पोती आध्या की है. अहमदाबाद विमान हादसे की चपेट आकर सरला बेन और आध्या की मौत हो गई है. दोनों की मौत से परिवार सदम में है.
अहमदाबाद विमान हादसे को सात दिन हो गए हैं. लेकिन अब भी कई परिवारों को अपने परिजनों के शव का इंतजार है. बी जे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और कैंटीन पर गिरे विमान की चपेट में आकर सरला बेन और उनकी पोती आध्या की भी मौत हो गई.
बीते दस सालों से सरला बेन यहां पर खाना बना रही थी. हादसे के समय उनकी पोती आध्या भी उनके साथ थी. विमान हादसे से कुछ मिनट पहले की दोनों ने एक वीडियो भी बनाया था. NDTV ने सरलाबेन के परिवार से बात की. जिन्होंने बताया कि 7 दिन बाद दादी-पोती का DNA मिलान हुआ. 10 मिनट पहले ही उनके बेटा और बहूं और एक पोता हॉस्टल से निकले थे. इस हादसे में उनकी जान बच गई.
मैच हुए DNA सैंपल
जैसे ही सरला बेन के परिवार को प्लान क्रैश की जानकारी लगी वो दौड़कर हॉस्टल के पास पहुंचे. लेकिन उस समय सब कुछ जल रहा था. उनके परिवार वालों को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था. अपनी मां सरल बेन और बेटी आध्या के बारे में कुछ पता न चलने के बाद परिवार सीधा अस्पताल पहुंचा. जहां पर उन्होंने अपने DNA सैंपल दिए. वहीं सात दिन बाद DNA मिलान हुआ और परिवार को दोनों के शव सौंप दिए गए.
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