गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट (Gautam Buddha Nagar Lok Sabha seat) पर दो डॉक्टर दोस्त अब एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी से जहां चौथी बार चुनाव लड़ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा हैं वहीं इंडिया गठबंधन से डॉक्टर महेंद्र नागर चुनावी मैदान में हैं. लेकिन हाई राइज सोसायटी फ्लैट्स के रजिस्ट्री और किसानों के मुआवजें का मुद्दा यहां छाया हुआ है. यहां बीजेपी के टिकट पर चौथी बार महेश शर्मा है इंडिया गठबंधन से डॉक्टर महेंद्र नागर और बीएसपी से राजेंद्र सोलंकी हैं. इस लोकसभा सीट पर सत्तर फीसदी शहरी मतदाता और तीस फीसदी ग्रामीण मतदाता हैं.
70 प्रतिशत शहरी आबादी वाला लोकसभा क्षेत्र
दिल्ली से सटे और हाईराइज सोसायटी और बड़ी- बड़ी कंपनियों के दफ्तरों से भरा है गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र. यहां 70 फीसदी मतदाता गांव में और 30 फीसदी इस तरह के हाइराइज सोसायटीज में रहते हैं. बीजेपी ने चौथी बार डाक्टर महेश शर्मा को यहां से मैदान में उतारा है. पेशे से डॉक्टर और मशहूर अस्पताल के मालिक डॉक्टर महेश शर्मा का दोनों लोकसभा चुनाव में जीत का मार्जिन बढ़ता रहा है. 2014 में महेश शर्मा को पचास फीसदी वोट मिले तो वहीं 2019 में बढ़कर ये 56 फीसदी हो गया. महेश शर्मा कहते हैं यहां कोई मुकाबला नहीं है.
फ्लैट्स की रजिस्ट्री बीजेपी के लिए है चुनौती
बीजेपी की सियासी सिरदर्दी फ्लैट्स की रजिस्ट्री और किसानों के मुआवजे का है. यहां कई हाइराइज बिल्डिंग्स में NO Ragistry No Vote की मुहिम लोगों ने चला रखी है. हालांकि बीजेपी का दावा है कि लोगों को राहत देने के लिए बिल्डिर्स का जीरो पीरियड का ब्याज माफ किया था. लेकिन इस मुद्दे को लेकर लोगों की शिकायतें कम नहीं हुई है.
साइकिल से प्रचार कर रहे हैं सपा उम्मीदवार
बीजेपी उम्मीदवार को टक्कर देने के लिए इंडिया गठबंधन के डॉक्टर महेंद्र नागर साइकिल से जगह-जगह प्रचार कर रहे हैं. एक समय महेश शर्मा के दोस्त रहे डॉक्टर महेंद्र नागर अब उनके खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी की तरफ से गौतमबुद्ध नगर के टिकटों में तीन बार फेरबदल करने की खबर खासी सुर्खियों में रही. लेकिन वो कहते हैं कि अगर राहुल गांधी, अखिलेश यादव और सचिन पायलट आ जाएं तो सियासी आंधी उनकी ही चलेगी.
बीजेपी के पक्ष में है जातिगत समीकरण
जातीय समीकरण और हाल में जेवर एयरपोर्ट समेत कई विकास के काम के चलते बीजेपी की ये सीट मजबूत मानी जाती है. ब्राहमण मतदाता करीब 4 लाख, ठाकुर करीब 4.5 लाख, गुर्जर 3.5 लाख, दलित करीब 4 लाख और मुसलमान 3.5 लाख हैं. वैसे इसी गैतमबुद्ध नगर में बीएसपी सुप्रीमों मायावती का गांव बादलपुर भी है. बीएसपी ने राजेंद्र सोलंकी को यहां से उतारा है. लेकिन जिस तरह से मतदाताओं ने चुप्पी साध रखी है उसके चलते हर पार्टी का उम्मीदवार चुनाव प्रचार में पसीना बह रहा है.
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