पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से अलकनंदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसके चलते अलकनंदा नदी पर बना बांध तेजी के साथ भरने लगा है. यही कारण है कि प्रशासन ने 2 से 3 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ना शुरू किया है. इसके चलते गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. करीब 7-8 घंटे की दूरी तय करके अलकनंदा का पानी ऋषिकेश पहुंच गया है. ऋषिकेश में गंगा अब चेतावनी के स्तर के ऊपर बह रही है. ऋषिकेश में गंगा नदी फिलहाल 339.50 के स्तर पर पहुंच चुका है. ऐसे में प्रशासन काफी सतर्कता बरत रहा है और लोगों को अनाउंसमेंट के जरिए सतर्क किया जा रहा है. साथ ही प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर निगाहें बनाए हुए हैं
गंगा का जलस्तर बढ़ने से यहां के त्रिवेणी घाट पर आरती स्थल पानी में डूब गया है. साथ ही परमार्थ निकेतन की विश्व प्रसिद्ध भगवान शिव की मूर्ति के प्लेटफार्म तक भी गंगा का पानी पहुंच गया है.
माना जा रहा है कि गंगा नदी के चेतावनी के स्तर के ऊपर बहने का असर मैदानी इलाकों पर भी होगा. इससे मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों की भी मुसीबत बढ़ गई है. इसका असर गंगा के तटीय इलाकों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक होगा.
अलकनंदा नदी का पानी चेतावनी स्तर से ऊपर बहने के कारण पौड़ी जिले के श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के बांध से 2 से 3 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया है. इस संबंध में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने टिहरी, पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार के जिलाधिकारियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
देहरादून मौसम केंद्र द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के सभी 13 जिलों में रविवार और सोमवार को बारिश का ‘‘आरेंज अलर्ट'' जारी किया गया है जबकि कुमांऊ क्षेत्र के उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के लिए 18 जुलाई को भी बारिश का ‘‘आरेंज अलर्ट'' जारी किया गया है.
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