फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और उनकी सरकार के शीर्ष सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले फोन नंबर स्पाईवेयर पेगासस के संभावित टारगेट में शामिल थे. पेगासस के संभावित टारगेट नंबरों की सूची लीक करने वाले एनजीओ ने मंगलवार को यह बात कही.
फॉरबिडेन स्टोरीज (Forbidden Stories) के प्रमुख लॉरेंट रिचर्ड ने LCI टेलीविजन से कहा, "हमें ये नंबर मिले लेकिन हम स्पष्ट रूप से इमैनुएल मैक्रों के फोन का तकनीकी विश्लेषण नहीं कर सके कि कि क्या यह मैलवेयर से संक्रमित था.''
उन्होंने कहा कि 'यह दिखाता है कि ऐसा करने में किसी की रुचि थी'
मैक्रों के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, "यदि यह तथ्य साबित हो जाता है, तो यह स्पष्ट रूप से बहुत गंभीर है."
पेरिस स्थित गैर-लाभकारी मीडिया संस्था फॉरबिडन स्टोरीज और एमनेस्टी इंटरनेशनल के पास शुरू में लीक हुए नंबरों तक पहुंच थी, जिसे बाद में उन्होंने द वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन और ले मोंडे सहित मीडिया संगठनों के साथ साझा किया.
रिपोर्टों में कहा गया है कि मैक्रों का फोन उन 50,000 लोगों में से एक था, जिनके बारे में माना जाता है कि 2016 के बाद से इजरायली फर्म एनएसओ, जिसने पेगासस साइबर-निगरानी तकनीक को बनाया, के ग्राहकों द्वारा पीपुल ऑफ इंटरेस्ट के रूप में पहचाना गया है.
इसके जरिए दुनिया भर के कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं को निशाना बनाया गया जिससे कि व्यापक गोपनीयता और अधिकारों के हनन की आशंकाओं को बल मिलता है.
लीक तक पहुंच रखने वाले समाचार न्यूज आउटलेट्स ने कहा कि जिन लोगों को निशाना बनाया गया था, उनके बारे में अधिक जानकारी आने वाले दिनों में जारी की जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं