खालिस्तानी नेता (Khalistani Supporter) अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के गिरफ्तार सहयोगियों को कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA)के तहत आरोपित किए जाने के बाद पंजाब के बाहर उच्च सुरक्षा वाली जेलों में रखने की जरूरत है. गिरफ्तारी के बाद पंजाब में रखे जाने पर उसके जेल तोड़कर भागने की आशंका है. ऐसी भी आशंका जताई जा रही है अमृतपाल के सहयोगी अगर पंजाब की जेल में बंद रहे, तो वो बाकी कैदियों को भी उकसा सकते हैं. खुफिया सूत्रों ने NDTV को इसकी जानकारी दी.
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि एक्टर और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा शुरू किए गए अमृतपाल सिंह की अध्यक्षता में कट्टरपंथी संगठन 'वारिस पंजाब डे' के सदस्य अन्य जेल अपराधियों को भी कट्टरपंथी बना सकते थे. ये समर्थक तथाकथित आनंदपुर खालसा फौज या AKF के साथ हाथ मिला सकते थे.
सूत्रों ने कहा कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ कई कारणों से एनएसए के तहत आरोप लगाने की जरूरत थी. उनमें से कुछ हैं:
खालिस्तानी नेता की पंजाब में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की योजना थी. इसके लिए उसने एक सिख वरिंदर सिंह का अपहरण कर लिया और उसके साथ मारपीट की. वहीं, उसने अजनाला थाने में पुलिस अधिकारियों को खुले तौर पर ललकारा. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे.
यही नहीं, अमृतपाल सिंह ने पंजाब के कपूरथला और जालंधर के गुरुद्वारों में तोड़-फोड़ और बेअदबी की थी. उसने अन्य धर्मों के खिलाफ भी सांप्रदायिक भाषण दिए थे. वहीं, अमृतपाल सिंह अपनी निजी मिलिशिया AKF में शामिल युवाओं को हथियार उठाने और हिंसा की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उकसाता था.
इतना ही नहीं, खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर 'गन कल्चर' को लेकर युवाओं को गुमराह करने का आरोप भी है. वह लोगों को हथियार उठाने को लेकर उकसाने के लिए जानबूझकर गुरु गोबिंद सिंह की शिक्षाओं की गलत व्याख्या करता था.
ये भी पढ़ें:-
अमृतपाल सिंह पंजाब से हरियाणा भागा, 19 मार्च को कुरुक्षेत्र के शाहबाद में रुका था: सूत्र
"यह कौन सा सिख है जो भाग रहा है?", अमृतपाल सिंह को कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बताया पाखंडी
Video: खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह हरियाणा में, CCTV कैमरे की नजर से बचने को छाता का सहारा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं