गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने मंगलवार को कहा कि गुजरात सरकार ने परीक्षा से पहले एक प्रश्न पत्र के लीक होने के बाद वरिष्ठ लिपिकों की भर्ती के लिए हाल ही में आयोजित लिखित परीक्षा रद्द कर दी है. इस बीच, पुलिस ने कहा कि उन्होंने मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ बैठक के बाद मंत्री संघवी ने गांधीनगर में पत्रकारों से कहा कि एक उदाहरण पेश करने के लिए परीक्षा पत्र लीक से जुड़े मुकदमे की सुनवाई त्वरित अदालत में की जाएगी. मुख्यमंत्री ने लगभग 88,000 अभ्यर्थियों के हित में परीक्षा रद्द करने का निर्णय किया है, जिन्होंने परीक्षा दी थी.
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मंत्री ने कहा कि नए सिरे से, अधिक पारदर्शी तरीके से और एक अलग पद्धति के जरिए मार्च 2022 में परीक्षा आयोजित की जाएगी. पिछली परीक्षा के लिए ‘फॉर्म' भरने वाले सभी अभ्यर्थियों को इस परीक्षा के लिए पात्र माना जाएगा.
गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) ने 12 दिसंबर को 186 वरिष्ठ लिपिकों की भर्ती के लिए गुजरात के विभिन्न केन्द्रों पर लिखित परीक्षा परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें लगभग 88,000 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था. इस बीच, गांधीनगर पुलिस ने परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले के मुख्य आरोपी जयेश पटेल (39) को सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया.
साबरकांठा के पुलिस अधीक्षक नीरज बडगुजर ने बताया कि आरोपी को साबरकांठा पुलिस के हवाले कर दिया गया, क्योंकि इस मामले के संबंध में प्राथमिकी वहां प्रांतिज थाने में दर्ज की गई है. परीक्षा देने वाले दो अभ्यार्थियों रितेश प्रजापति और रौनक साधु को भी साबरकांठा पुलिस ने सोमवार रात गिरफ्तार किया. अभी तक इस मामले में राज्यभर से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रांतिज थाने में एक सप्ताह पहले भारतीय दंड संहिता की धारा 420 , 409 और 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
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