नई दिल्ली:
करीब दस पुलिसकर्मी शहरी विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले संपदा निदेशालय के एक अफसर को देख रहे हैं। यह अफसर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी से विनम्रता से उस बंगले को खाली करने का आग्रह कर रहा है जिस पर मंगलवार सुबह तक उनका कब्जा था।
पिछले साल आवंटित हुआ है अलग श्रेणी का बंगला
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से चौथी बार सांसद बने चौधरी, यूपीए सरकार के दौरान वर्ष 2012 में रेलवे राज्यमंत्री बनने के बाद चाणक्यपुरी के मोतीबाग हाउसिंग काम्पलेक्स स्थित इस बंगले में शिफ्ट हुए थे। पिछले साल 22 जनवरी को उन्हें मोती बाग में अलग श्रेणी का बंगला आवंटित किया गया था लेकिन चौधरी ने दावा किया कि जब वे इस बंगले का निरीक्षण करने पहुंचे तो इस पर एक अन्य शख्स ने कब्जा कर रखा था।
ऐसा घर आवंटित करें जो रहने लायक हो
पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौधरी ने कहा, 'यह क्या मजाक है ? उन्होंने मुझे बंगला अलॉट किया, कोई पहले ही वहां रह रहा था। मैंने कभी यह नहीं कहा कि यह मेरी पैतृक संपत्ति है लेकिन उन्हें मुझे ऐसा घर आवंटित करना चाहिए जो रहने लायक हो।' यह पत्रकार पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों के संभावित गठबंधन के बारे में उनसे बातचीत करने पहुंचे थे। जब पत्रकारों से चौधरी बात कर रहे थे तब उनका स्टाफ आगे के निर्देश के लिए इंतजार कर रहा था। वे फर्नीचर को बाहर ले जाना शुरू करें या इंतजार करें।
'तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही यह सरकार'
उन्होंने कहा, जब से मैंने इस सरकार के खिलाफ लोकसभा में प्रदर्शन किया है, यह तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही है।' अधिकारियों ने उनके घर का बिजली कनेक्शन काट दिया है।गौरतलब है कि पिछले साल संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकस अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के खिलाफ सदन के वेल में विरोध प्रदर्शन करने पर चौधरी को निलंबित कर दिया गया था।
....तो वे जवाबदेह होंगे
जब यह तय हो गया कि अधिकारी बंगला खाली कराने को लेकर दृढ़ प्रतिज्ञ हैं, चौधरी के स्टाफ ने फर्नीचर हटाना शुरू कर दिया। एक-एक कर उन्होंने सारा सामान हटाना शुरू कर दिया। हल्के नीले रंग के आसन वाला सोफा, ग्लास टॉप वाली सेंटर टेबल, फोटो फ्रेम, स्वामी विवेकानंद का पोर्टेट और 15वीं लोकसभा का ग्रुप फोटो। बाहर जाते समय चौधरी बोले, 'मैं यह सब उनकी निगरानी में छोड़ रहा हूं। यदि कोई चीज गायब होती है या चोरी होती है तो वे ही जवाबदेह होंगे।'
पिछले साल आवंटित हुआ है अलग श्रेणी का बंगला
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से चौथी बार सांसद बने चौधरी, यूपीए सरकार के दौरान वर्ष 2012 में रेलवे राज्यमंत्री बनने के बाद चाणक्यपुरी के मोतीबाग हाउसिंग काम्पलेक्स स्थित इस बंगले में शिफ्ट हुए थे। पिछले साल 22 जनवरी को उन्हें मोती बाग में अलग श्रेणी का बंगला आवंटित किया गया था लेकिन चौधरी ने दावा किया कि जब वे इस बंगले का निरीक्षण करने पहुंचे तो इस पर एक अन्य शख्स ने कब्जा कर रखा था।
ऐसा घर आवंटित करें जो रहने लायक हो
पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौधरी ने कहा, 'यह क्या मजाक है ? उन्होंने मुझे बंगला अलॉट किया, कोई पहले ही वहां रह रहा था। मैंने कभी यह नहीं कहा कि यह मेरी पैतृक संपत्ति है लेकिन उन्हें मुझे ऐसा घर आवंटित करना चाहिए जो रहने लायक हो।' यह पत्रकार पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों के संभावित गठबंधन के बारे में उनसे बातचीत करने पहुंचे थे। जब पत्रकारों से चौधरी बात कर रहे थे तब उनका स्टाफ आगे के निर्देश के लिए इंतजार कर रहा था। वे फर्नीचर को बाहर ले जाना शुरू करें या इंतजार करें।
'तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही यह सरकार'
उन्होंने कहा, जब से मैंने इस सरकार के खिलाफ लोकसभा में प्रदर्शन किया है, यह तानाशाह की तरह व्यवहार कर रही है।' अधिकारियों ने उनके घर का बिजली कनेक्शन काट दिया है।गौरतलब है कि पिछले साल संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकस अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के खिलाफ सदन के वेल में विरोध प्रदर्शन करने पर चौधरी को निलंबित कर दिया गया था।
....तो वे जवाबदेह होंगे
जब यह तय हो गया कि अधिकारी बंगला खाली कराने को लेकर दृढ़ प्रतिज्ञ हैं, चौधरी के स्टाफ ने फर्नीचर हटाना शुरू कर दिया। एक-एक कर उन्होंने सारा सामान हटाना शुरू कर दिया। हल्के नीले रंग के आसन वाला सोफा, ग्लास टॉप वाली सेंटर टेबल, फोटो फ्रेम, स्वामी विवेकानंद का पोर्टेट और 15वीं लोकसभा का ग्रुप फोटो। बाहर जाते समय चौधरी बोले, 'मैं यह सब उनकी निगरानी में छोड़ रहा हूं। यदि कोई चीज गायब होती है या चोरी होती है तो वे ही जवाबदेह होंगे।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कांग्रेस सांसद, पश्चिम बंगाल, मुर्शिदाबाद, अधीर रंजन चौधरी, बंगला, Congress Lawmaker, West Bengal, Adhir Ranjan Chowdhury, Murshidabad, Bungalow