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दिल्ली-नोएडा की हवा 'खराब', ITO से आनंद विहार, बवाना तक हांफ रही राजधानी, आज कृत्रिम बारिश करा सकती है सरकार

दिल्ली और नोएडा जैसे एनसीआर के बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है. हालांकि गुरुग्राम में पॉल्यूशन लेवल थोड़ा कम रहा.

दिल्ली-नोएडा की हवा 'खराब', ITO से आनंद विहार, बवाना तक हांफ रही राजधानी, आज कृत्रिम बारिश करा सकती है सरकार
Delhi Noida AQI Level
  • दिल्ली और एनसीआर में छठ पूजा के दिन प्रदूषण खराब श्रेणी में बना हुआ है, एक्यूआई स्तर बेहद खराब श्रेणी में था
  • नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक 331 और ग्रेटर नोएडा में 275 रहा, जबकि गुरुग्राम में 139 दर्ज किया गया
  • मौसम विभाग ने मंगलवार को धुंध और हल्की बारिश की संभावना जताई है, तापमान 29 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा
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नई दिल्ली:

दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर के क्षेत्र में छठ पूजा के दिन भी वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में बना हुआ है. सुबह 6 बजे आनंद विहार, आईटीओ से लेकर द्वारका तक एक्यूआई लेवल रेड जोन में है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी हवा में जहर घुला नजर आया. नोएडा में एक्यूआई 331 और ग्रेटर नोएडा में 275 रहा. हालांकि गुरुग्राम की स्थिति थोड़ी बेहतर है और वहां एक्यूआई विकास सदन सेंटर पर 139 था. मौसम विभाग का अनुमान है कि  मंगलवार को धुंध के साथ आसमान में बादल छाये रहने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी. ऐसे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 29 और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. 

दिवाली बाद दिल्ली में प्रदूषण की हालत लगातार खराब होने के बीच मंगलवार को कृत्रिम बारिश का पहला टेस्ट भी कराया जा सकता है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि हम हालात के हिसाब से फैसला करेंगे. कृत्रिम बारिश के लिए उड़ान 28 अक्टूबर को कानपुर से दिल्ली पहुंचेगी. अगर मौसम अनुकूल रहा तो हम आर्टीफीशियल रेन के लिए टेस्ट कर सकते हैं. लेकिन सब कुछ मौसम के हालातों पर निर्भर करेगा. सर्दी के मौसम में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कृत्रिम वर्षा कराने का निर्णय लिया गया है. पिछले हफ्ते बुराड़ी में इसका सफल टेस्ट किया गया था.

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आर्टीफीशियल रेन की तैयारी
आर्टीफीशियल रेन के लिए इस्तेमाल सिल्वर आयोडाइड और सोडियम क्लोराइड कंपाउड की थोड़ी मात्रा का विमान से छिड़काव किया जा चुका है. ऐसी बारिश के लिए सामान्य तौर पर 50 फीसदी वायुमंडल में नमी जरूरी होती है. लेकिन 27 को 20 फीसदी से भी कम नमी के कारण वर्षा नहीं हो सकी. आईआईटी कानपुर ने टेस्ट पर अपनी रिपोर्ट में कहा, इस उड़ान ने क्लाउड सीडिंग के लिए जरूरी टेस्ट, उड़ान अवधि और सीडिंग एक्विपमेंट और सभी एजेंसियों के बीच समन्वय पर निर्भर करेगा.

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IIT कानपुर को जिम्मेदारी
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा था कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 28 से 30 अक्टूबर के बीच बादल बनने की संभावना का संकेत दिया है.अगर हालात अनुकूल रहे तो दिल्ली में 29 अक्टूबर को पहली कृत्रिम बारिश हो सकती है.दिल्ली सरकार ने 25 सितंबर को IIT कानपुर के साथ कृत्रिम वर्षा के 5 टेस्ट के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे. इनकी सभी योजनाएं उत्तर-पश्चिम दिल्ली में बनाई गई हैं. डीजीसीए ने पहले आईआईटी कानपुर को एक अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच किसी भी समय परीक्षण करने की अनुमति दी थी.

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