दिल्ली में पिछले दिनों 17 वर्षीय स्कूली छात्रा पर तेजाब फेंकने का मामला सामने आया है, जिसके बाद एसिड अटैक पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल एक राहत भरी खबर ये है कि लड़की खतरे से बाहर है और उसकी हालत स्थिर है. लेकिन लड़की को आंख से धुंधला नजर आ रहा है. हालांकि लड़की का इलाज अभी भी जारी है. इस मामले में दिल्ली पुलिस अब तक तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
आरोपी सचिन के अलावा आरोपियों में उसका मोटरसाइकल चालक मित्र और एक अन्य दोस्त शामिल है, जो सचिन की स्कूटी और मोबाइल लेकर किसी और लोकेशन पर मौजूद रहा, ताकि सचिन की लोकेशन के बारे में सबूत गढ़ा जा सके. दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में नाबालिग स्कूली छात्रा पर आरोपी सचिन ने अपने एक सहयोगी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर तेज़ाब फेंका था, जिसके बाद पीड़िता को अस्पताल में भर्ती किया गया.
इस मामले में ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट ने दिल्ली पुलिस को एक पत्र का जवाब दिया है. सूत्र के अनुसार जवाब में बताया गया है कि आगरा की एक कंपनी ने फ्लिपकार्ट के जरिए एसिड बेचा था. 600 रुपये में 100 एमएल एसिड बेचा गया था. दिल्ली पुलिस अब इस कंपनी के लोगों से पूछताछ करेगी. दिल्ली ने फ्लिपकार्ट को एक और पत्र लिखा था. जिसमें पूछा था की ऑनलाइन एसिड बेचने के क्या नियम है. इस पत्र का जवाब अभी नहीं आया है.
आरोपी सचिन ने तेज़ाब को ई-कॉमर्स वेबसाइट Flipkart के ज़रिये खरीदा था. दिल्ली पुलिस के अलावा दिल्ली महिला आयोग ने भी फ्लिपकार्ट और और एक अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेज़न को नोटिस जारी किया है. जिसमें तेजाब की आसानी से उपलब्धता को लेकर सवाल किया गया है.
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