गुजरात के पोरबंदर तट के पास अरब सागर में लापता हुए ध्रुव हेलीकाप्टर के पायलट की खोज जारी है. पायलट को खोजने के लिए सघन तलाशी अभियान ल रहा है. कोस्ट गार्ड के चार जहाज, नौसेना के दो जहाज और कई विमान दिन-रात तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं.
भारतीय तटरक्षक बल का यह एडवांस्ड लाइट हेलीकाप्टर दो सितंबर की रात में उस वक्त समुद्र में गिर गया था, जब वह मोटर टैंकर हरि लीला के एक क्रू मेंबर को चिकित्सा मदद देने के लिए उड़ा था. इस हेलीकाप्टर में दो पायलट और दो गोताखोर सवार थे. हादसे के तुरंत बाद एक गोताखोर को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन एक को-पायलट और एक गोताखोर की मौत हो गई.
भारतीय तटरक्षक बल के कमांडेंट अमित उनियाल ने एनडीटीवी को बताया कि कोस्ट गार्ड के साथ-साथ भारतीय नौसेना की क्लियरेंस डाइविंग टीम विशेष जहाजों के साथ खोज और बचाव अभियान में लगी हुई है. उन्होंने बताया कि लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर ध्रुव पर सवार एयर क्रू के दो शव अब तक बरामद हो चुके हैं और एक लापता पायलट की तलाश जारी है. हालांकि, लापता पायलट के जीवित बचने की संभावना बहुत कम है. लेकिन फिर भी कोस्ट गार्ड और नौसेना करीब 55 मीटर की गहराई में तलाश कर रही हैं.
लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का मलबा बरामद कर लिया गया है और ब्लैक बॉक्स और वायस रिकार्डर की तलाश जारी है ताकि हादसों की वजह का पता चल सके. कोस्ट गार्ड ने इस हादसे की जांच का आदेश दे दिया है.
घटना के बाद एहतियातन, कोस्ट गार्ड के सभी 19 हल्के लड़ाकू विमान ध्रुव की उड़ान पर रोक लगा दी गई है और हर एक पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है.
कोस्ट गार्ड के लिए यह दुर्घटना बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि पहली बार उनका ध्रुव हेलीकॉफ्टर क्रैश हुआ है. इसके बावजूद कोस्ट गार्ड अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटा और जिस मिशन को पूरा करने के लिए ध्रुव ने उड़ान भरी थी, उसे पूरा किया. कोस्ट गार्ड ने हरी लीला के घायल क्रू मेंबर को चिकित्सा उपचार के लिए सुरक्षित निकालकर ही दम लिया.
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