देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) लगातार कहर बरपा रहा है. शनिवार को एक बार फिर 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. हालांकि, यह आंकड़ा शुक्रवार को सामने आए मामलों की तुलना में कुछ कम जरूर है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में 4,01,078 नए कोविड-19 केस दर्ज किए गए. इस दौरान, 4187 लोग वायरस की वजह से जान गंवा चुके हैं. यह एक दिन में कोरोना से होने वाली मौतों का अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है.
देश में एक दिन में कोविड-19 से रिकॉर्ड 4,187 लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 2,38,270 पर पहुंच गई है जबकि 4,01,078 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 2,18,92,676 हो गए हैं.
कोरोना के नए मामलों में उछाल की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम होने से एक्टिव केस की संख्या भी बढ़ी है. देश में कुल 37,23,446 एक्टिव केस हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक दिन यानी पिछले 24 घंटे में 3,18,609 लोग महामारी से ठीक हुए हैं जबकि अब तक 1,79,30,960 लोग वायरस को मात देने में सफल रहे हैं.
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. COVID-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच महाराष्ट्र सरकार बच्चों के इलाज के लिए ढांचा तैयार करने के वास्ते बाल कार्यबल गठित कर रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 15 फरवरी से शुरू हुई दूसरी लहर के दौरान 1.30 लाख बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.
Coronavirus Latest Updates in Hindi (Covid-19):
विभिन्न राज्यों के लिए शनिवार को रिकॉर्ड 718 टन मेडिकल ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हुई हैं. यह अब तक किसी भी दिन ट्रेनों के जरिये पहुंचाई जा रही ऑक्सीजन की सबसे बड़ी खेप है. इसमें में करीब 31 फीसदी यानी 222 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अकेले यूपी (Uttar Pradesh) पहुंचने वाली है.
सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स गठित की है जो कि देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और सप्लाई का आकलन और सिफारिश करेगी. टास्क फोर्स में 12 सदस्य होंगे. दिल्ली, कर्नाटक समेत कई राज्य केंद्र से कम ऑक्सीजन मिलने की शिकायत कर चुके हैं.
दिल्ली में संक्रमण दर तीन हफ्ते में सबसे कम घटकर 23.34 फीसदी रही. 17 अप्रैल को यहां 24.56 फीसदी संक्रमण दर आंकी गई थी. बीते 24 घण्टे में कोरोना के 17,364 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 332 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO ) द्वारा विकसित कोरोना रोधी दवा को मरीजों के लिए आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है. यह दवा एक पाउडर की तरह सैशे में आती है, जिसे आसानी से पानी में घोलकर लिया जा सकेगा. शोध के दौरान बड़ी संख्या में ये दवा लेने वाले शख्स आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR tests) में निगेटिव पाए गए.