नई दिल्ली:
कांग्रेस ने बुधवार को देश के विभिन्न हिस्सों और खासकर गुजरात में लोकसभा और विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजों को कोई खास तवज्जो नहीं दी। कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने द्वारा उपचुनाव परिणामों को लेकर पूछे गये सवालों के जवाब में कहा, ‘‘ये स्थानीय चुनाव थे और इन्हें उसी तरह देखा जाना चाहिए ..उपचुनाव आम चुनावों से अलग होते हैं ..इन्हें स्थानीय संदर्भों में देखा जाना चाहिए क्योंकि उपचुनावों में स्थानीय मुद्दे शामिल रहते हैं।’’
भाजपा ने गुजरात में दो लोकसभा और चार विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों में सभी पर जीत हासिल की, हालांकि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन को झटका लगा जबकि कांग्रेस को चार राज्यों में हुए उपचुनाव में खाली हाथ रहना पड़ा।
यह पूछे जाने पर कि क्या महराजगंज लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बिहार में राजद कांग्रेस का स्वभाविक सहयोगी बनेगा, दीक्षित ने कहा कि किसके साथ गठबंधन करेंगे और किसके साथ नहीं यह फैसला पार्टी आलाकमान और स्थानीय नेतृत्व करेगा।
यह पूछने पर कि क्या महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव के नतीजे यह जाहिर करते हैं कि नीतीश कुमार का जादू खत्म हो गया है दीक्षित ने कहा कि ‘उनका क्या जादू था उसपर हम पहले भी विश्वास नहीं करते थे।’
इस सवाल पर कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उपचुनाव के नतीजे यह संकेत देते हैं कि लोगों का कांग्रेस से भरोसा उठ गया है, दीक्षित ने कहा कि लोगों का मूड क्या है इस बात को हम 2014 के आम चुनावों में देखेंगे। गुजरात में भाजपा ने कांग्रेस से सभी छह सीटें छीन लीं।
पोरबंदर लोकसभा सीट पर सबसे बड़ी जीत भाजपा के विट्ठल रादडी़या की रही, जिन्होंने 1,28,000 वोटों के साथ यह सीट अपने नाम कर ली है। बनासकांठा सीट भी भाजपा ने जीत ली। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी हरिभाई चौधरी ने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी मुकेश गढ़वी की पत्नी कृष्णा गढ़वी को 71,000 वोटों से मात दी है।
भाजपा ने गुजरात की लम्बाडी, मोरवा हदफ, जेतपुर और दोराजी विधानसभा सीट पर भारी अंतर से जीत दर्ज की जबकि बिहार में महाराजगंज उपचुनाव में राजद प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह ने जदयू उम्मीदवार को करीब 1.37 लाख मतों से पराजित किया।
भाजपा ने गुजरात में दो लोकसभा और चार विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों में सभी पर जीत हासिल की, हालांकि बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन को झटका लगा जबकि कांग्रेस को चार राज्यों में हुए उपचुनाव में खाली हाथ रहना पड़ा।
यह पूछे जाने पर कि क्या महराजगंज लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बिहार में राजद कांग्रेस का स्वभाविक सहयोगी बनेगा, दीक्षित ने कहा कि किसके साथ गठबंधन करेंगे और किसके साथ नहीं यह फैसला पार्टी आलाकमान और स्थानीय नेतृत्व करेगा।
यह पूछने पर कि क्या महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव के नतीजे यह जाहिर करते हैं कि नीतीश कुमार का जादू खत्म हो गया है दीक्षित ने कहा कि ‘उनका क्या जादू था उसपर हम पहले भी विश्वास नहीं करते थे।’
इस सवाल पर कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि उपचुनाव के नतीजे यह संकेत देते हैं कि लोगों का कांग्रेस से भरोसा उठ गया है, दीक्षित ने कहा कि लोगों का मूड क्या है इस बात को हम 2014 के आम चुनावों में देखेंगे। गुजरात में भाजपा ने कांग्रेस से सभी छह सीटें छीन लीं।
पोरबंदर लोकसभा सीट पर सबसे बड़ी जीत भाजपा के विट्ठल रादडी़या की रही, जिन्होंने 1,28,000 वोटों के साथ यह सीट अपने नाम कर ली है। बनासकांठा सीट भी भाजपा ने जीत ली। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी हरिभाई चौधरी ने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी मुकेश गढ़वी की पत्नी कृष्णा गढ़वी को 71,000 वोटों से मात दी है।
भाजपा ने गुजरात की लम्बाडी, मोरवा हदफ, जेतपुर और दोराजी विधानसभा सीट पर भारी अंतर से जीत दर्ज की जबकि बिहार में महाराजगंज उपचुनाव में राजद प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह ने जदयू उम्मीदवार को करीब 1.37 लाख मतों से पराजित किया।