
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लद्दाख की स्थिति और सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है.
- खड़गे ने कहा कि लद्दाख में पिछले एक साल से अशांति का माहौल है और लोग छठी अनुसूची की मांग कर रहे हैं.
- भाजपा ने लद्दाख को छठी अनुसूची के अंतर्गत लाने का वादा किया था, लेकिन अब वह वादा पूरा नहीं किया गया है.
लद्दाख में बिगड़ते हालात और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बयान जारी कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं के साथ बार-बार विश्वासघात किया गया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के जरिए कहा, "कांग्रेस लद्दाख में सरकार की शर्मनाक नाकामी और सोनम वांगचुक की सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती है."
लद्दाख में एक साल से अशांति का माहौलः खड़गे
उन्होंने कहा कि लद्दाख में पिछले एक साल से अशांति का माहौल है. वहां के लोग संविधान की छठी अनुसूची के तहत विशेष दर्जे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार न उनकी बात सुन रही है और न ही कोई संवाद कर रही है. इसके उलट, विरोध कर रहे लोगों को दमन और हिंसा का सामना करना पड़ रहा है.
छठी अनुसूची का वादा कर भूल गई बीजेपीः खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने लद्दाख को छठी अनुसूची के अंतर्गत लाने का वादा किया था, लेकिन अब वह वादा भी भुला दिया गया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, "कांग्रेस पार्टी लद्दाख में शांति चाहती है. दशकों तक हमने इस सीमावर्ती क्षेत्र में सद्भाव और सुरक्षा सुनिश्चित की है. हमने लोकतंत्र की भावना और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों का समान रूप से सम्मान किया है."
'लद्दाख में लोकतांत्रिक संस्थाओं को बहाल करने की जरूरत'
उन्होंने लद्दाख में हुई घटनाओं में चार निर्दोष युवकों की मौत और कई अन्य के घायल होने पर चिंता जताई और इन मामलों की न्यायिक जांच की मांग की है. खड़गे ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के अंत में लिखा, "लद्दाख में लोकतांत्रिक संस्थाओं और लोकतंत्र को पुनर्जीवित और बहाल करने की आवश्यकता है."
डिप्टी सीएम ने वांगचुक की गिरफ्तारी को मजाक बताया
वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को लोकतंत्र का मजाक बताया. उन्होंने कहा कि वे जलवायु परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहे थे और उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग तथा ग्लेशियरों के पिघलने जैसे मुद्दों पर आवाज बुलंद की थी. सोनम वांगचुक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें जेल में डालने से लद्दाख की समस्याएं खत्म नहीं हो जाएंगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं