पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Spyware Case) को लेकर संसद में सोमवार को भारी हंगामा हुआ. विपक्षी पार्टियों के सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. विपक्ष पेगासस मामले की जांच पर अड़ा है. इस बीच, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य अखिलेश सिंह ने पेगासस स्पाइवेयर केस में नए खुलासे और राज्यसभा में हंगामे पर एनडीटीवी से बात की. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार इस मामले की जांच कराये ताकि सच सामने आ सके.
कांग्रेस सांसद ने कहा, "प्रधानमंत्री में अगर जरा भी नैतिकता बची है तो वह तुरंत पेगासस स्पाइवेयर जासूसी कांड की जांच कराएं. जब जांच होगी तभी सच सामने आएगा. आज राज्यसभा में सभी विपक्षी पार्टियों ने पेगासस स्पाइवेयर मसले की जांच की मांग की है. सरकार संसद नहीं चलाना चाहती और इस मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहती है."
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पेगासस मामले को लेकर राज्यसभा में हंगामा कर रहे विपक्षी सांसद हाथ में तख्तियां लेकर वेल में पहुंच गए. इस दौरान सांसदों ने "प्रधानमंत्री जासूसी करना बंद करो" और "प्रधानमंत्री जवाब दो" के नारे लगाए.
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बता दें कि पेगासस जासूसी कांड की परतें दिन-ब-दिन खुलती जा रही हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक के रूप में काम कर चुके पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी वीके जैन और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी भी पेगासस स्पाईवेयर के निशाने पर थे. द वायर ने 'जासूसी' मामले पर ताजा रिपोर्ट में इन नामों का खुलासा किया है. प्रवर्तन निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी राजेश्वर सिंह के दो फोन नंबर और उनके परिवार की तीन महिलाओं के नंबर फ्रांस की नॉन प्रॉफिट फॉरबिडन द्वारा एक्सेस किए गए डाटाबेस पर मिले हैं.
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