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This Article is From Jul 08, 2022

बिहार : मंत्री अशोक चौधरी ने RCP सिंह को याद दिलाई CM नीतीश की 'कृपा', कहा - "अपने बूते तो..."

अशोक चौधरी ने कहा, " आरसीपी सिंह भविष्य में क्या करेंगे, ये वो ही जानें. लेकिन उनका बयान हास्यास्पद है. वो नीतीश कुमार की कृपा से दो-दो बार राज्यसभा गए. उन्होंने ही उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया."

बिहार : मंत्री अशोक चौधरी ने RCP सिंह को याद दिलाई CM नीतीश की 'कृपा', कहा - "अपने बूते तो..."
जेडीयू कोटा से बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी
पटना:

केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने के बाद अपने बूते और परिश्रम की मदद के राजनीतिक उपलब्धियां हासिल करने का दावा करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने करार प्रहार किया है. जेडीयू कोटा से बिहार सरकार में मंत्री बने अशोक चौधरी ने कहा, " आरसीपी सिंह का ये कहना कि उन्हें अपने परीश्रम के कारण पद मिली, ये हास्यास्पद है. पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने क्या भूमिका अदा की है? कहने को लोग कहते हैं कि हमने परिश्रम किया है. हम भी कह सकते हैं कि परिश्रम के कारण हम यहां तक पहुंचे हैं. लेकिन ये सब बोलने की बात है."

मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, " उन्हें पार्टी या राजनीति में जो भी पद मिला उसमें निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा थी. आज पूरे क्षेत्र में घूम जाइये और कहिए की आरसीपी सिंह का कार्यक्रम होने वाला है. पांच से 10 हजार लोग भी नहीं जुटेंगे. ये शक्ति जेडीयू में केवल नीतीश कुमार में ही है. पार्टी में किसी का भी ये कहना कि उनके विकास में किसी का योगदान नहीं तो ये हास्यास्पद है. " 

आरसीपी सिंह पर पीएम मोदी की कृपा है के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि ठीक है उन पर पीएम मोदी की कृपा है, लेकिन इससे तो ये बात सत्य हो गया ना कि वो नीतीश कुमार की मर्जी से मंत्री नहीं बने. खुद ही बोल रहे कि बिना उनकी मर्जी के मंत्री बने. वो भविष्य में क्या करेंगे, ये वो ही जानें. लेकिन उनका बयान हास्यास्पद है. वो नीतीश कुमार की कृपा से दो-दो बार राज्यसभा गए. उन्होंने ही उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया. वो ही इस पार्टी के सर्वमान्य नेता हैं. इस पार्टी के सभी नेता उनकी कृपा से ही फलते-फूलते हैं. कृपा हटने पर जमीन पर आ जाते हैं. इस पार्टी में उनके खिलाफ कोई नहीं है. अब आरसीपी जैसी भूमिका पार्टी में चाहेंगे वैसी भूमिका रहेगी.

बता दें कि पद से इस्तीफा देने के बाद बिहार लौटे नौकरशाह से राजनेता बने आरसीपी सिंह ने कहा था, ‘‘मैंने खुद अपने परिश्रम और ताकत से अपनी पहचान बनायी है. मैं एक सीधा-सादा आदमी हूं और हमेशा सीधा चलता हूं.'' उन्होंने कहा था कि वह आगे चलकर बिहार के नौजवानों के करियर निर्माण के लिए मार्गदर्शन करेंगे, साथ ही युवा कैसे एक सफल उद्यमी बनें इसका भी प्रशिक्षण देंगे. 

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