सुशांत सिंह राजपूत को उनके मुंबई स्थित निवास पर मृत पाया गया था
खास बातें
- कहा, लेकिन इस मुद्दे पर न्याय होने तक चुप नहीं बैठेंगे
- सुशांत सिंह बिहार के बेटे थे, पूरे देश के बेटे थे
- उनकी मौत के बाद सबको लगा था, जांच होनी चाहिए
पटना: Bihar Assembly Election 2020: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब बिहार चुनाव के बीजेपी प्रभारी देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने पटना पहुंचने के साथ कहा कि सुशांत सिंह राजपूत (Sushant singh rajput) की मौत हमारे लिए चुनाव का मुद्दा नहीं है, लेकिन जैसे जांच हो रही हैं और जितनी जांच एजेंसी इस मामले की जांच कर रही हैं वह अहम हैं. गौरतलब है कि मूल रूप से बिहार के निवासी और बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत अपने मुंबई स्थित निवास पर मृत पाए गए थे. सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) इस मामले से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव सेे पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टर और बैनर लगाए हैं, इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनावी लाभ के लिए सुशांत का नाम राजनीति में घसीटा जा रहा है. जेपी ने साफ़ कहा हैं कि वो सुशांत की मौत को चुनावी मुद्दा नहीं बनाना चाहती लेकिन जब तक इस मुद्दे पर न्याय नहीं मिलता वो चुप नहीं बैठेगी. फडणवीस ने कहा कि हम इसे चुनावी मुद्दा नहीं बनाना चाहते हैं लेकिन जैसा कि हम लोगों ने पहले कहा है न भूलेंगे न भूलने देंगे न्याय ज़रूर दिलायेंगे और न्याय मिलने तक BJP चुप नहीं बैठेगे.
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बीउन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत बिहार के बेटे थे और पूरे भारत की बेटे थे. जिस प्रकार से उनकी मृत्यु के बाद अलग-अलग तथ्य बाहर आने शुरू हुए आम आदमी को यह लगा कि इसकी जाँच होनी चाहिए और तथ्यों बाहर आने चाहिए.कंगना रनौत मामले के के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जहाँ तक सवाल है वो लगातार वहां पर हो रहे अन्याय को उठा रही थी और इसके इसके बारे में बोल रही थी. मुझे लगता है कि सरकारों को समझना चाहिए कि मीडिया की स्वतंत्रता हो इसको संकुचित करने का काम सरकारी करेंगे तो यह आलोक तांत्रिक होगा.
बिहार के बारे में पूछे पर फडणवीस ने कहा, 'मुझे लगता है कि 15 साल के बाद भी लोगों को यही लगता है कि यही सरकार वापस आनी चाहिए. चुनौतियां बहुत हैं. बाढ़ है और लोग ये देखते हैं कि इस सरकार का काम और इससे पहले की सरकार का काम और लोगों को लगता है कि सरकार प्रयास करके हमारा ख्याल करती है. सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार के पीछे आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी है मैं ऐसा मानता हूँ कि यह सबसे बड़ी बात है.'बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने है, ऐसे में स्वाभाविक है कि सुशांत मामला जाने-अनजाने में चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है. बिहार की लगभग हर पार्टी ने सुशांत की मौत से जुड़े मुद्दे को उठाया है. सुप्रीम कोर्ट ने जब सुशांत मामले की जांच मुंबई पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था तब भी सभी पार्टियों ने एकसुर में इसका स्वागत किया था. सुशांत केस से जुड़े डग्स एंगल को लेकर जब एनसीबी ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती को अरेस्ट किया तो भी सभी दलों ने इस गिरफ्तारी को सुशांत को न्याय मिलने की दिशा में अहम कदम बताया था. सत्तारूढ़ एनडीए ने कहा कि एनसीबी द्वारा की गई रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी पटना में जन्मे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिलने की दिशा में ‘‘एक महत्वपूर्ण कदम'' है.
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बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान में विश्वास व्यक्त किया कि सीबीआई अंतत: सुशांत की मौत से जुड़े मामले का पर्दाफाश करेगी और इससे दिवंगत अभिनेता को न्याय मिलेगा. जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, ‘‘सीबीआई जांच ने मादक पदार्थ तस्करों और हस्तियों के बीच संबंधों सहित बॉलीवुड की स्याह दुनिया का पर्दाफाश किया है.'' लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने रिया की गिरफ्तारी पर खुशी व्यक्त की और कहा कि अब वे लोग चुप हो जाएंगे जो उसके समर्थन में बोल रहे थे.
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