बिहार विधान सभा (Bihar Assembly) में पिछले दिनों न सिर्फ विपक्षी विधायकों का जोरदार हंगामा हुआ था बल्कि सदन के अंदर पहली बार पुलिस ने घुसकर विधायकों को घसीटते हुए विधानसभा से बाहर निकाला था. इस घटना की चहुंओर निंदा हो रही है. अब विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मामले में विधायकों के व्यवहार की जांच आचारसंहिता समिति से कराने का निर्देश दिया है. समिति वीडियो फुटेज के आधार पर सदन में विधायकों के आचरण की जांच करेगी.
पूर्व मंत्री रामनारायण मंडल इस समिति के सभापति हैं. उनके अलावा समिति में पांच सदस्य भी हैं. अरुण कुमार सिन्हा, रामविशुन सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार सिंह और अचमित ऋषिदेव भी समिति में शामिल हैं.
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विधानसभा में घटी घटना से स्पीकर बेहद नाराज हैं. उन्होंने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और राज्य के डीजीपी एसके सिंघल से भी पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर रिपोर्ट मांगी है. वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा था कि कई पुलिसकर्मी विधायकों से मारपीट कर रहे हैं. कुछ तो विधायकों को घसीटकर ले जा रहे थे तो कुछ उन्हें लात मारते कैमरे में कैद हुए थे.
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विधान सभा अध्यक्ष ने कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान के बाद उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्पीकर ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच कराने का फैसला लिया है. बता दें कि बिहार विधानसभा में मंगलवार (23 मार्च) को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान खूब हंगामा हुआ. इस दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी राजद समेत अन्य विपक्षी दलों के विधायकों के साथ सदन के अंदर पुलिस की धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई.
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